फोकस सैपलिंग में नहीं मिले तीसरी लहर आने के प्रमाण

लखनऊ। राजधानी में कोरोना की दूसरी लहर के बाद कराई जा रही फोकस सैंपलिंग में तीसरी लहर आने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं। सैंपलिंग के आखिरी दिन तक करीब 24 हजार लोगों के नमूने लिए गए। राहत की बात यह है कि अभी तक दो ही केस पॉजिटिव आए हैं। शनिवार को लिए चार हजार नमूनों की एंटीजन जांच में कोई भी पॉजिटिव नहीं मिला। हालांकि, आरटीपीसीआर रिपोर्ट आना बाकी है। संभावित तीसरी लहर का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग सोमवार से फोकस सैंपलिंग करवा रहा था। शनिवार को अलग-अलग जगहों पर करीब चार हजार से अधिक के नमूने लिए गए। इनकी एंटीजन जांच में कोई पॉजिटिव नहीं आया। डिप्टी सीएमओ डॉ. मिलिंद ने बताया कि जिले में अभी तक फोकस सैंपलिंग में 14 हजार एंटीजन और दस हजार आरटीपीसीआर जांच की गई है। इसमें दो ही केस मिले हैं। कोरोना की पहली लहर के बाद चार बार हॉटस्पॉट इलाकों में फोकस सैंपलिंग कराई गई थी। बाजार, सब्जी मंडी, ऑफिस के अलावा ऑटो-टैंपो व स्वास्थ्यकर्मियों की जांच की गई। हर बार सैंपलिंग में आठ से दस हजार लोगों के नमूने लिए गए। चार बार में 40 हजार से अधिक लोगों के सैंपल लेकर जांच की गई। इसमें पॉजिटिव केस महज आठ से दस मिले थे। डिप्टी सीएमओ ने बताया कि पहली लहर के बाद हुई फोकस सैंपलिंग में भी कोरोना के प्रसार के कोई प्रमाण नहीं मिले थे। पॉजिटिव आने की दर भी बेहद कम थी।

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