लखनऊ। निर्माणाधीन सभी विकास परियोजनाओं को सरकार निर्धारित समय में पूरा करा देना चाहती है। इसके लिए अब लगातार निगरानी और समीक्षा की जा रही है। एक्सप्रेसवे परियोजनाएं योगी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। मुख्य सचिव आरके तिवारी ने निर्देश दिया है कि 15 अगस्त तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, जबकि दिसंबर तक बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिज-वे का निर्माण पूरा कर लिया जाए। लोकभवन में आयोजित प्रोजेक्ट मानीटरिंग ग्रुप की बैठक में मंगलवार को मुख्य सचिव ने एक्सप्रेसवे परियोजनाओं के साथ ही डिफेंस कारिडोर और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति की समीक्षा की। पूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की तरह ही गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के काम में तेजी लाते हुए इसे भी निर्धारित समय में पूरा करने को कहा। गंगा एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम इसी महीने पूरा कर निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि इन चारों एक्सप्रेसवे के दायरे में आने वाले क्षेत्रों में स्थित विभिन्न उत्पादन इकाइयों के साथ-साथ नई औद्योगिक इकाइयां शुरू होंगी। एक्सप्रेसवे के साथ ही जनसुविधाओं को भी विकसित किया जाए। चारों एक्सप्रेसवे से संबंधित प्रस्तुतिकरण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने किया। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की समीक्षा में बताया गया कि 31 जुलाई तक पूरी जमीन पर कब्जा मिल जाएगा, जिसके साथ ही तेजी से निर्माण कराया जाएगा। बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरङ्क्षवद कुमार, प्रमुख सचिव नियोजन आमोद कुमार और विशेष सचिव नागरिक उडड्यन विशाख जी. सहित संबंधित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।