जम्मू-कश्मीर। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्य सचिव डॉ. अरुण मेहता शनिवार को जम्मू पहुंच गए हैं। जम्मू और श्रीनगर दोनों नागरिक सचिवालयों में सुचारु रूप से सोमवार आठ नवंबर से कामकाज चले इसके लिए व्यवस्था बनाई गई है। आगामी छह महीने तक उपराज्यपाल, मुख्य सचिव और वित्त विभाग के वित्त आयुक्त, सामान्य प्रशासनिक विभाग के आयुक्त सचिव ज्यादातर समय जम्मू से ही कामकाज संभालेंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दरबार मूव की परंपरा बंद होने के बाद मई से अक्टूबर तक उपराज्यपाल, मुख्य सचिव व वित्त विभाग के वित्त आयुक्त और सामान्य प्रशासनिक विभाग के आयुक्त सचिव ने ज्यादातर श्रीनगर से कामकाज की बागडोर संभाले हुई थी। अब नवंबर से अप्रैल तक ये लोग जम्मू से कामकाज देखेंगे, लेकिन श्रीनगर में भी इनके नियमित दौरे होते रहा करेंगे। जम्मू सचिवालय में पिछले छह महीने से जम्मू आधारित कर्मचारी कामकाज देख रहे थे। दोनों नागरिक सचिवालयों के कर्मचारियों की संख्या करीब 2900 है। इनमें जम्मू सचिवालय के कर्मचारियों की संख्या करीब 1300 और कश्मीर के कर्मचारियों की संख्या 1600 के करीब है। जम्मू के कर्मचारियों में अधिकतर नॉन गजटेड हैं। ऐसे में उपराज्यपाल के जम्मू में कामकाज संभालने लायक व्यवस्था बनाने के लिए जरूरत के हिसाब से कर्मचारियों को अन्य विभागों व कश्मीर से भी बुलाया गया है। सामान्य प्रशासनिक विभाग के आयुक्त सचिव मनोज कुुमार द्विवेदी का कहना है कि दोनों नागरिक सचिवालयों में सुचारु रूप से कामकाज करने लायक व्यवस्था बनाई गई है।