नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहे इंटरनेट यूजर्स की वजह से कुछ वर्षों में ऑनलाइन खरीदारी में कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। इससे ऑनलाइन खरीदारों की संख्या में भी तेजी से इजाफा होगा। जानकारी के मुताबिक भारत में 2025 तक इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़कर 90 करोड़ पहुंचने की उम्मीद है। यह वर्तमान यूजर्स की संख्या से 62.2 करोड़ ज्यादा होगी। इंटरनेट यूजर्स की बढ़ती संख्या की वजह से देश में 2030 तक ऑनलाइन खरीदारों की संख्या बढ़कर 50 करोड़ पहुंच जाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि किफायती इंटरनेट की वजह से उपभोक्ता तेजी से डिजिटल को अपना रहे हैं। इससे ऑनलाइन खुदरा बाजार के चार से पांच साल में तीन गुना बढ़ने की उम्मीद है। 50-60 अरब डॉलर के ऑनलाइन खुदरा बाजार में उत्पादों की हिस्सेदारी 60 फीसदी है, जबकि शेष योगदान सेवाओं का है। इसके अलावा ट्रैवेल, परिवहन एवं पर्यटन, कंज्यूमर अप्लायंसेस और इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार का योगदान 50-60 फीसदी है। इन श्रेणियों में ई-कॉमर्स कंपनियों की पहुंच सबसे ज्यादा है। किराना, शिक्षा, स्वास्थ्य और रहन-सहन जैसी श्रेणियों की हिस्सेदारी कुल ऑनलाइन खुदरा कारोबार में महज 9-13 अरब डॉलर है। ग्रुपएम दक्षिण एशिया के अध्यक्ष (विकास एवं परिवर्तन) तुषार व्यास ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि ऑनलाइन खुदरा कारोबार इलेक्ट्रॉनिक्स से ग्रॉसरी की ओर शिफ्ट हो रहा है। पिछले 12 महीनों में 73 फीसदी ग्राहकों ने ऑनलाइन उत्पाद खरीदे हैं। इसकी प्रमुख वजह उत्पादों की गुणवत्ता, जानकारी, वापसी और वारंटी है। ग्राहकों ने खरीदारी के दौरान सबसे ज्यादा 63 फीसदी उत्पादों की गुणवत्ता जोर दिया। इसमें आगे कहा गया है कि 62 फीसदी शहरी ग्राहक ऑनलाइन या ऑफलाइन खरीदारी से पहले उत्पादों के बारे में ऑनलाइन जानकारी जुटा रहे हैं।