वाराणसी। सीएम योगी के कार्यों का जम्मू कश्मीर भी अब कायल हो गया है। यही कारण है कि माता वैष्णो देवी के दरबार से बाबा धाम की व्यवस्था को देखने श्राइन बोर्ड के 4 सदस्य काशी आ रहे हैं। बाबा विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के बाद काशी में श्रद्धालुओं की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है। बीते साल 7.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा दरबार में शीश नवाया था। योगी सरकार के सुशासन और बनारस मॉडल की चर्चा पूरे देश में हो रही है, जिससे वाराणसी में पर्यटकों की संख्या निरतंर बढ़ती जा रही है। समय समय पर अन्य प्रदेशों के लोग काशी और बाबा विश्वनाथ धाम के व्यवस्थाओं का बारीकी से अध्ययन करने आ रहे है। इसमें कई प्रदेशों के सीएम भी शामिल हैं।
प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को धरातल पर उतारने के बाद योगी सरकार की बनारस के विकास मॉडल की तारीफ पूरे देश भर में हो रही है। काशी विश्वनाथ न्यास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि काशी विश्वनाथ धाम में बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं के दर्शन का प्रबंध (भीड़ नियंत्रण), बाबा का भोग प्रसाद , अन्न क्षेत्र (निशुल्क भोजन), साफ सफाई, मानव संशाधन प्रबंधन, रेवेन्यू जनरेशन समते अन्य व्यवस्थाओं को देखने के लिए माता वैष्णो देवी के श्राइन बोर्ड का एक दल काशी विश्वनाथ धाम आ रहा है। इस दल में 4 सदस्य हैं जो 17 मई 2023 से 19 मई 2023 तक धाम की व्यवस्थाओं का अध्ययन करेंगे।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि दिसंबर 2021 में काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन के एक साल में ही लगभग 7.35 करोड़ श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाज़िरी लगाई और 100 करोड़ से अधिक का चढ़ावा आया था। उन्होंने बताया कि इसके पहले महाकाल, महाराष्ट्र के बिट्ठल मंदिर और मथुरा वृन्दावन से भी लोग काशी विश्वनाथ धाम की सुव्यवस्था को देखने आ चुके हैं। इसके साथ ही कई प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी ब्रांड काशी की चमक को देखने आए थे। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के आला अधिकारी समेत अन्य प्रदेशों के लोग भी काशी के लिक्विड एंड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट समेत अन्य व्यवस्थाओं को देखने के लिए काशी का दौरा कर चुके हैं। यही नहीं काशी को इसके लिए अवार्ड भी मिल चुका है। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद नए साल के पहले दिन ही करीब 7 लाख व सावन के महीने में सवा करोड़ भक्तों ने बाबा के दर्शन किये थे। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के विस्तारीकरण और सुविधायुक्त होने के बाद, धाम की आय में लगभग 500 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।