वॉशिंगटन। भारत को लेकर अमेरिकी रक्षा प्रतिष्ठान ने बड़ा दावा किया है। पेंटागन के एक वरिष्ठ खुफिया अधिकारी ने अमेरिकी सांसदों को बताया है कि भारत रूस से खरीदी गई S-400 मिसाइल सुरक्षा प्रणाली को जून 2022 तक तैनात करना चाहता है, ताकि वह पाकिस्तान व चीन के किसी भी खतरे का सामना कर सके। अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर ने सीनेट की रक्षा सेवा समिति के समक्ष यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत को रूस ने पिछले वर्ष दिसंबर में एस-400 मिसाइल प्रणाली की आपूर्ति शुरू कर दी थी।
हाल ही में अमेरिकी संसद की इस समिति की बैठक हुई थी। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने अपने देश की सीमाओं की रक्षा मजबूत करने और अपनी आक्रामक और रक्षात्मक साइबर क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए उन्नत रक्षा व निगरानी प्रणाली खरीदने की मांग की थी। इसके बाद भारत को दिसंबर 2021 में रूसी एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की प्रारंभिक डिलीवरी मिली। भारत पाकिस्तानी और चीन के खतरों से बचाव के लिए जून 2022 तक एस-400 को तैनात करने की मंशा रखता है।