उत्तराखंड। युवाओं में केदारनाथ यात्रा को लेकर खासा उत्साह रहा। 18 सितंबर से शुरू हुई यात्रा में दो लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं, इनमें 70 फीसदी से अधिक युवा हैं। इन युवाओं ने जहां यात्रा के साथ एडवेंचर का लुत्फ लिया। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों को देखने भी पहुंचे। समुद्रतल से लगभग 11750 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम द्वादश ज्योतिर्लिंगों में एक है। इस वर्ष यात्राकाल में बाबा के दर्शन करने वालों में युवाओं की तादाद बढ़ी। उन्होंने यात्रा के साथ पुनर्निर्माण के दौर से गुजर रहे केदारनाथ को देखा। साथ ही यहां की विषम भौगोलिक परिस्थितियों व मनोहारी वादियों का लुत्फ लिया। लखनऊ से पहली बार केदारनाथ पहुंचे ऋषभ बरतरिया और सोमेश बरतरिया ने बताया कि वे पहली बार केदारनाथ पहुंचे। बाबा के दर्शनों के साथ ही यहां पुनर्निर्माण कार्यों को नजदीक से देखने का मौका मिला है। लखीमपुरखीरी से पहुंचे अनुराग ने बताया कि जून 2013 की आपदा में प्रभावित केदारनाथ को संवारने के लिए जो काम हो रहे हैं, उन्हें देखने के लिए अपने दोस्तों के साथ इस बार यहां पहुंचा हूं। हैदराबाद के सूरज शाह, मुंबई के देवेश व सौरभ वर्मा, देहरादून से मनीष, पुणे से पृथ्वी सिंह, राजेंद्र के महेंद्र सिंह और हरियाणा से पहुंचे प्रदीप बंसल ने बताया कि बाबा के दर्शनों के साथ पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट को देखने की मन में इच्छा थी, जो यहां आकर पूरी हो गई।केदारनाथ में गढ़वाल मंडल विकास निगम के मैनेजर प्रदीप रावत ने बताया कि डेढ़ माह में जितने यात्री दर्शनों को पहुंचे हैं, उनमें 70 फीसदी बुकिंग युवाओं की रही है। देवस्थानम बोर्ड के यात्रा प्रभारी युद्धवीर सिंह पुष्पवाण सहित अन्य कर्मचारी पुष्कर सिंह रावत, अभिषेक सेमवाल आदि ने बताया कि इस बार यात्रा में युवा श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रही। ये युवा श्रद्धालु सायंकालीन आरती में भी खूब उत्साह से शामिल हुए।