नई दिल्ली। झारखंड और ओडिशा सहित पूर्वी भारत इस वर्ष के मई में लू की चपेट में आ सकता है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने पूर्वानुमान जारी किया। इस दौरान आईएमडी ने कहा कि इन क्षेत्रों में सामान्य से अधिक गर्म हवा चलने की संभावना है। जबकि, कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है।
आईएमडी के रिपोट्र के मुताबिक बताया जा रहा है कि तापमान और बारिश संबंधी मासिक पूर्वानुमान के तहत मई में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित देश के पश्चिमोत्तर और पश्चिम-मध्य हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना हैं। इसके अलावा, पूर्वोत्तर क्षेत्र, केरल, आंध्र प्रदेश और दक्षिण कर्नाटक के कई हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। आईएमडी के मुताबिक, मई में 61.4 मिलीमीटर की लंबी अवधि के औसत की 91-109 फीसदी बारिश होने की संभावना है।
सबसे ज्यादा होंगे प्रभावित इलाके
बता दें कि बिहार झारखंड में सबसे ज्यादा लू की आशंका जताई गई है। विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के द्वारा बताया कि मई में बिहार, झारखंड, ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों तथा पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और तटीय गुजरात के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवाएं चलने के आसार है।
मई के मध्य में अल नीनो के शुरू होने के संकेत
महानिदेशक महापात्र ने बताया कि मई में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मौजूद तटस्थ अल नीनो का प्रभाव रहने के संकेत हैं। साथ ही मौसम संबंधी अधिकतर मॉडल मई से मानसून के दौरान क्षेत्र के गर्म होने का संकेत दे रहे हैं। अल नीनो या भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के गर्म होने का भारत में मानसूनी बारिश पर प्रभाव पड़ता है।
इस वर्ष सबसे ज्यादा रहेंगे लू वाले दिन
आईएमडी ने इस वर्ष मार्च में देश में अप्रैल-मई में भीषण गर्मी व लू का पूर्वानुमान जताया था। हांलाकि मार्च और अप्रैल में मौसम परिवर्तन के कारण लू नहीं चली।