BSF Foundation Day: देश की अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा में लगे सीमा सुरक्षा बल (BSF) का आज स्थापना दिवस है. गृह मंत्री अमित शाह ने बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों को BSF स्थापना दिवस के मौके पर बधाई दी. उन्होंने देश का सम्मान बनाए रखने और पक्के इरादे और मज़बूत बहादुरी से नागरिकों की रक्षा करने के लिए फोर्स की तारीफ़ की. बीएसएफ की स्थापना साल 1965 में भारत की सीमाओं की रक्षा और अन्तरराष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए की गई थी.
गृहमंत्री ने BSF के जवानों को दी बधाई
गृहमंत्री अमित शाह ने अपने ऑफिशियल X हैंडल के ज़रिए कहा कि, “BSF जवानों और उनके परिवारों को उनके स्थापना दिवस पर हार्दिक बधाई. देशभक्ति की जोशीली पहचान रखने वाली फोर्स, @BSF_India ने हमेशा देश का सम्मान बनाए रखा है और हिमालयी इरादे और मज़बूत बहादुरी से नागरिकों की भलाई की रक्षा की है. उन्होंने अपनी कुर्बानी देकर देशभक्ति की जो कभी न खत्म होने वाली लौ जलाई है, वह भारतीयों की पीढ़ियों को रास्ता दिखाती रहेगी. ड्यूटी के दौरान अपनी कुर्बानी देने वाले बहादुरों को सलाम.”
जवानों पर देश को गर्व है- सीएम मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि सीमा सुरक्षा बल के स्थापना दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं. ‘जीवन पर्यंत कर्तव्य’ के संकल्प के साथ देश की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता से समर्पित बल के जवानों पर देश को गर्व है. मां भारती के उन सपूतों को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, जिन्होंने देश के लिए जीवन समर्पित किया.
BSF की स्थापना कब और क्यों हुई
सीमा सुरक्षा बल (BSF) अपना स्थापना दिवस 1 दिसंबर को मनाता है, क्योंकि इसी दिन 1965 में इसकी स्थापना हुई थी. यह भारत का एक प्रमुख सशस्त्र पुलिस बल है जो शांति काल में देश की सीमाओं की रक्षा करता है. 1 दिसंबर 1965 को भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद सीमा सुरक्षा बल की स्थापना की गई थी. इसका मुख्य उद्देश्य शांति के समय में भारत की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं की निरंतर निगरानी और सुरक्षा करना है. यह सीमा पार अपराधों, जैसे तस्करी और घुसपैठ, को रोकने और सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षा का एहसास दिलाने के लिए भी जिम्मेदार है. अपनी स्थापना के बाद से, बीएसएफ का विस्तार हुआ है और यह जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व में आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ नक्सल-विरोधी अभियानों में भी सक्रिय भूमिका निभाता है.
सीमा की सुरक्षा में दिन-रात जुटी BSF
केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में बीएसएफ की बात करें तो यह एकमात्र ऐसा बल है जो थल, जल और गगन, तीनों सीमाओं पर देश की सुरक्षा में समर्पित रहता है. हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जल, थल, गगन, तीनों जगह BSF का एक ही लक्ष्य रहा है और वह है भारत की सुरक्षा. उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि आज 193 बटालियनों और 2.76 लाख से अधिक जवानों की ताकत के साथ बीएसएफ पाकिस्तान से सटी 2,279 किमी और बांग्लादेश से सटी 4,096 किमी लंबी सीमा की पूरी सुरक्षा और निगरानी कर रही है.
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