नई दिल्ली। भारत सहित विश्व के अनेक देशों में कोरोना संक्रमण में आई तेजी से चिन्ता बढ़ गई है। वायरस से संक्रमण में पुनः वृद्धि से भय का माहौल बन गया है। रविवार को भारत में पिछले 24 घण्टों के दौरान संक्रमण के नए मामले 18 हजार से ऊपर पहुंच गए और 32 मरीजों की मौत भी हो ग है। साथ ही सक्रिय मामलों की संख्या एक लाख 34 हजार 933 हो गई। इससे पहले शनिवार को नए संक्रमितों की संख्या 19 हजार 406 थी और 49 मरीजों की मृत्यु हुई थी। संक्रमितों की संख्या में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। इसके बावजूद हालात चिन्ताजनक है। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिल्ली, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, केरल, ओडिशा और तमिलनाडु के प्रधान सचिवों को पत्र लिखकर कड़ी हिदायत भी दी है। उत्तर प्रदेश में भी पांच माह के बाद कोरोना फिर से पांव पसारने लगा है। शनिवार को 906 नए मरीज मिले हैं। राजधानी लखनऊ में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। नोएडा में सबसे अधिक मरीज मिले हैं। केन्द्र सरकार ने यह भी कहा है कि आगामी त्योहारों को ध्यान में रखते हुए जांच में तेजी के साथ ही अनुकूल व्यवहार का पालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। साथ ही टीकाकरण बढ़ाने पर भी जोर दिया जाना चाहिए। कोरोना से बचाव के लिए जारी राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक 206.21 करोड़ कुल टीका खुराक दी जा चुकी है। इसमें दूसरी खुराक और एहतियात खुराक भी शामिल है। वैसे रिकवरी दर का 98.50 प्रतिशत होना संतोष की बात है। दैनिक सकारात्मकता दर 4.63 प्रतिशत है। जहां तक जांच का प्रश्न है इसमें शिथिलता आ गई है, जिसे बढ़ाने की जरूरत है। आम जनता की लापरवाही से भी संक्रमण में तेजी आई है। इसलिए मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित किया जाना चाहिए। सभी प्रभावित राज्यों में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। स्कूल- कालेज खुलने से छात्र-छात्राओं को भी सावधानी पर ध्यान देना आवश्यक है। सभी शिक्षण संस्थाओं में मास्क अनिवार्य किया जाना चाहिए। साथ ही अस्पतालों को भी अपनी व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करनी होगी। सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
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