लखनऊ। यूपी में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से वंचित रह गए किसानों के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने वृहद संतृप्तीकरण अभियान का शुभारंभ किया। जिससे की इस योजना से छुटे गए लोगों को जोड़ा जाएगा बल्कि उन्हें सम्मान निधी की पुरानी किस्ते भी दिलाई जा सके।
इस योजना का शुभारम्भ करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह अभियान 10 जून तक चलेगा। इसके बाद कोई किसान यह नहीं कहेगा कि पात्र होने के बाद उसको सम्मान निधि नहीं मिली। तकनीक भ्रष्टाचार पर तो प्रहार करती है साथ ही पात्रों को भी किस तरह लाभ पहुंचाती है यह कार्यक्रम उसका उदाहरण बनेगा। आज लोकभवन में सीएम ने इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि 55000 ग्राम पंचायतों में यह अभियान चलाया जाएगा। प्रत्येक गांव में कृषि विभाग राजस्व बैंक व अन्य सभी संबंधित विभागों की टीम शिविर लगाएगी जिनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में आधार वेरिफिकेशन के साथ-साथ निधि सत्यापन का काम भी होगा।
सीएम योगी कहा कि किसान और श्रमिक किसी सरकार के एजेंडे का हिस्सा हो सकते हैं यह वर्ष 2014 के बाद पहली बार लोगों ने देखा। हर व्यक्ति जहां अपने स्वास्थ्य की जांच कराता है वहीं धरती मां के स्वास्थ्य की जांच भी होनी चाहिए यह प्रधानमंत्री मोदी ने बताया और उन्होंने मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कार्ड बनाने का अभियान शुरू कराया। इस मौके पर सीएम ने कृषि विभाग के दर्शन पोर्टल का भी शुभारंभ किया।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि हाल ही ई-केवाईसी के दौरान यूपी सरकार ने दस लाख से ज्यादा अपात्र लोगों को खोजकर उन्हें किसान सम्मान निधि पाने वालों की सूची से बाहर किया है। इनमें आयकर दाता, पेंशनभोगी और सरकारी नौकरी करने वाले शामिल थे।