कमर दर्द की समस्‍या को दूर करने के लिए करें ये योगासन

योग। आज के समय में कमर में दर्द की समस्‍या काफी कॉमन हो गई है। यह समस्‍या महिलाओं में काफी देखने को मिलती है। यही नहीं, यदि आप घंटों लैपटॉप पर काम करते हैं और आपका पोश्चर सही नहीं रहता, तो भी  कमर दर्द की समस्‍या हो सकती है। इसके अलावा, यदि आप घंटों खड़े होकर काम करते हैं तो ये भी कमर दर्द की वजह हो सकती है। बढ़ते वजन के कारण भी कमर में दर्द हो सकता है। यदि आप भी इन वजहों से परेशान हैं और कमर दर्द की शिकायत रहती है तो आप योग आसनों की मदद से इसे दूर कर सकते हैं।

अभ्‍यास की शुरुआत :-
मैट पर पद्मासन, अर्ध पद्मासन या सुखासन में बैठें और दोनों हाथों को इंटरलॉक कर उठाते हुए अपने पूरे शरीर को ऊपर की तरफ स्‍ट्रेच करें। फिर हाथों को नीचे कर रिलैक्‍स करें। अब गहरी सांस लें और ध्‍यान करें।

मार्जरी आसन :-
कमर दर्द की समस्‍या को मार्जरी आसन  की मदद से दूर किया जा सकता है। इसके नियमित अभ्‍यास से आस पास के मसल्‍स को भी मजबूती मिलती है। इसे करने के लिए अपने मैट पर घुटनों को मोड़कर कमर सीधी कर बैठ जाएं। अब गहरी सांस लेते हुए अपने हाथों की हथेलियों को आगे की तरफ रखें। दोनों हाथों की को‍हनियों को घुटनों से लगाते हुए फर्श पर रखें और अब एक हाथ का गैप बनाते हुए दोनों हाथों पर वेट दें और घुटनों पर खड़े हो जाएं। इस बात का ध्‍यान रखें कि आपके दोनों हाथ एक ही जगह फिक्‍स हों। अब गहरी सांस लें और कमर को नीचे की तरफ स्‍ट्रेच करें और गर्दन को ऊपर की तरफ उठाएं। अब होल्‍ड करते हुए सांस छोड़ें और कमर को उठाएं. साथ में गर्दन की नीचे की तरफ करें। इसे कैट कैमल पोज भी कहा जाता है। यह प्रक्रिया आप 10 चक्र तक करें।

शशांकासन :-
मैट पर वज्रासन में बैठें और श्वास लेते हुए दोनों हाथों को सिर के ऊपर सीधा ऊपर उठाते हुए धीरे-धीरे श्वास छोड़ते हुए हाथों को बिना मोड़े आगे की ओर तब तक झुकें जब तक की आपका मस्तक जमीन को स्पर्श न कर जाए। अब हाथ और कोह‍नियों का स्पर्श जमीन पर करते हुए क्षमतानुसार कुछ देर सांस रोकें। ध्‍यान रहे कि आपके हिप्‍स उठे हुए हों। धीरे-धीरे सांस लेते रहें।

भुजंगासन :-
अब शशांकासन की मुद्रा से भुजंगासन की मुद्रा में आने के लिए गहरी सांस लें और दोनों हाथों के बीच से अपने शरीर के अगले हिस्‍से को खींचते हुए आगे की तरफ शरीर को उठा लें और पूरा वजन दोनों कंधों पर लें। आपके पैर सीधे रहेंगे और थाई जमीन से लगी होगी। आगे की तरफ देखें और 10 की गिनती करें। अब फिर से शशांकासन की मुद्रा बना दें। यह प्रकिया आप 10 बार करें।

 

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