निष्कासित होने के बाद कभी नहीं होगी पार्टी में वापसी: भाजपा
हिमाचल प्रदेश। भाजपा ने हिमाचल प्रदेश की तीन विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर पार्टी विरोधी काम कर रहे लोगों से पार पाने के लिए बड़ा फैसला लिया है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने स्पष्ट किया है कि पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी के विरोध या विरोधी को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से मदद करने वालों को पार्टी बाहर का रास्ता दिखाएगी। यह भी एलान किया है कि पार्टी से जिस भी कार्यकर्ता का निष्कासन होगा, उसे दोबारा पार्टी में एंट्री नहीं मिलेगी। जुब्बल-कोटखाई में पार्टी के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ रहे पूर्व आईटी समन्वयक चेतन बरागटा के चुनाव बाद पार्टी में वापसी के सवाल पर प्रभारी ने यह साफ कर दिया है। खन्ना ने कहा कि पूर्व में भले ही पार्टी विरोधी काम करने वालों को किन्हीं कारणों वापस ले लिया गया, लेकिन अब राष्ट्रीय स्तर पर यह फैसला हुआ है कि जो भी पार्टी का विरोधी काम करेगा, उसे पार्टी में दोबारा जगह नहीं मिलेगी। दरअसल, फतेहपुर के पार्टी प्रत्याशी बलदेव ठाकुर का उदाहरण देकर जुब्बल-कोटखाई में यह कहा जा रहा था कि भले ही अभी बागी चेतन बरागटा को पार्टी से बाहर कर दिया गया है, लेकिन चुनाव के बाद उनकी पार्टी में वापसी हो जाएगी। कार्यकर्ताओं को यह लग रहा था कि अगर अभी चेतन के खिलाफ जाकर काम किया और वह बाद में वापस आए तो पार्टी के भीतर उनकी स्थिति कमजोर हो जाएगी। इस वजह से पार्टी को स्थानीय स्तर पर जुब्बल-कोटखाई में चुनाव प्रचार को गति देने में मुश्किल आ रही थी।