नई दिल्ली। तेल के सस्ते आयात को लेकर भारतीय रिफाइनर रूस के साथ छह महीने के तेल सौदे पर बात-चीत कर रहे हैं, जिससे बढ़ते दामों से जनता को जल्द राहत मिल सकती है। भारत ने रुस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण के बाद से दो महीनों में रूस से दोगुने से अधिक कच्चा तेल खरीदा है।
अपको बता दें कि, रूस और यूक्रेन जंग के दौरान पश्चिमी प्रतिबंधों की वजह से रूसी कच्चे तेल की कीमतें काफी गिर गई हैं। सूत्रों के मुताबिक इसी के चलते रूसी कंपनी रोसनेफ्ट, भारतीय और चीनी कंपनियों के साथ आपूर्ति सौदों के बारे में बातचीत कर रही है।
सूत्रों ने कहा कि भारत की शीर्ष रिफाइनर इंडियन आयल कार्प (आइओसी), भारत पेट्रोलियम कार्प और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्प रूस की रोसनेफ्ट के साथ सौदे पर बातचीत कर रही हैं। कंपनियां जून से आपूर्ति की तलाश कर रही हैं।