हरियाणा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर किसानों के मुद्दे पर चर्चा की। दोनों नेताओं के बीच बातचीत लंबी चली। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा के बावजूद किसानों के घर न लौटने पर चिंता जताई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि नए कानूनों की वापसी की घोषणा से अच्छा संदेश गया है। संसद के शीतकालीन सत्र में कानून रद्द होने के बाद निश्चित ही किसान अपने घरों को लौट जाएंगे। एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं लग रहा। कृषि विशेषज्ञों ने भी यही राय दी है। कानून बनने पर सारी फसलें खरीदने का दबाव सरकार पर आ जाएगा। सभी फसलों की खरीद सरकार के लिए संभव नहीं है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किसानों को लेकर प्रधानमंत्री चिंतित हैं। सरकार ने एमएसपी पर कानून के लिए समिति बनाने का आश्वासन दिया है। उसे देखते हुए किसान घरों को लौट जाएं। हरियाणा सरकार निरंतर किसान हित में कार्य कर रही है। हरियाणा अकेला राज्य है जो 11 फसलों की खरीद एमएसपी पर कर रहा है। इतना ही नहीं, राज्य सरकार ने खराब बाजरे पर भी 600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से भावांतर भरपाई की है, जिससे बाजरा उत्पादकों को लाभ हुआ। वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आर्बिटल रेल कॉरिडोर के शिलान्यास के लिए समय मांगा है। उन्होंने पूरी परियोजना के बारे में प्रधानमंत्री को अवगत करवाया। उन्होंने साथ ही प्रधानमंत्री को गीता जयंती का निमंत्रण भी दिया। मोदी ने मनोहर लाल से वायु प्रदूषण के बारे में जानकारी लेने के अलावा अनेक मुद्दों पर चर्चा की। पीएम को शिलान्यास का निमंत्रण मुख्यमंत्री बीते सितंबर में दे चुके हैं। उसके बाद केंद्रीय कैबिनेट ने इस परियोजना पर अपनी मुहर लगा दी है। प्रदेश सरकार इस परियोजना को सिरे चढ़ाने के लिए अब अतिशीघ्र प्रधानमंत्री से शिलान्यास करवाना चाहती है।