मध्य प्रदेश। मध्यप्रदेश के कई जिलों में बारिश आफत बनकर बरस रही है। भारी बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों से संपर्क टूट गया है। मौसम विभाग ने भोपाल, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, नीमच, मंदसौर में रेड अलर्ट जारी किया है। इंदौर, ग्वालियर, धार समेत 12 जिलों में मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की है।
भोपाल में क्रूज डूबा:-
बारिश का सबसे ज्यादा कहर भोपाल में देखने को मिला। भोपाल में बीते 36 घंटों से बारिश जारी है। बारिश की स्थिति को देखते हुए सोमवार को भोपाल, सीहोर, शाजापुर, जबलपुर जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। बीते 24 घंटे में भोपाल में 109.5 मिमी बारिश दर्ज की गई। जिले में कई जगह पर तेज बारिश और हवाओं के चलते पेड़ धराशायी हो गए, जिससे बिजली के तार टूट गए और विद्युत सप्लाई बाधित हो गई है। करीब 200 कॉलोनियों में पानी भर गया है। भारी बारिश के चलते राजा भोज ताला में आधा क्रूज डूब गया।
बलपुर में ग्वारीघाट लबालब:-
शनिवार सुबह से जबलपुर में जारी बारिश के चलते कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। वहीं नर्मदा के तट पर बसे इलाकों में पानी भर गया है। भारी बारिश के चलते बरगी डैम के 17 गेट खोले गए हैं। बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते ग्वारीघाट, तिलवारा घाट और भेड़ाघाट का जलस्तर बढ़ गया है। ग्वारीघाट में बना नर्मदा मंदिर पानी में पूरा डूब गया है।
नर्मदा, चंबल और सिंध नदियां उफान पर:-
शिवपुरी जिले में भी भारी बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है। जिले के बदरवास में सिंध नदी उफान पर है, जिससे कई गांवों से संपर्क टूट गया है। बदरवास से खतौरा जाने वाले मार्ग पर सड़गांव के पास सिंध नदी का पुल पानी में डूब जाने से यहां रास्ता बंद हो गया। खतौरा जाने वाला सीधा रास्ता भी बंद हो गया, वहीं कोलारस के कई क्षेत्रों में सिंध नदी का पानी घुस गया है। ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट खोले गए हैं।