फिटनेस। अगर आप लंबे समय तक एक ही जगह बैठकर या खड़े होकर काम करते हैं तो ये सायटिका के दर्द की वजह बन सकता है। दरअसल, सायटिका नर्व में होने वाली समस्या है जो शरीर में मौजूद सबसे बड़ी नर्व है। यह कमर के निचले हिस्से से शुरू होकर कूल्हों से होती हुई आपकी एड़ियों तक जाती है। यह कमर के नीचे के पूरे भाग को प्रभावित करती है। अगर आप सायटिका के दर्द से परेशान हैं तो अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव लाकर इस समस्या को बढ़ने से रोक सकते हैं। योगाभ्यास के माध्यम से सायटिका के दर्द से छूटकारा मिल सकता है।
ऐसे शुरू करें अभ्यास:-
आप मैट पर पद्मासन, अर्ध पद्मासन या सुखासन में बैठें और दोनों हाथों को इंटरलॉक कर उठाते हुए अपने पूरे शरीर को ऊपर की तरफ स्ट्रेच करें। 10 तक की गिनती करें और हाथों को नीचे कर लें और रिलैक्स करें। गहरी सांस लें और ध्यान करें।
पहला अभ्यास:-
मैट पर पीठ के बल लेट जाएं और दोनों घुटनों को फोल्ड करें। अब एक पैर को दूसरे पैर पर चढ़ा लें। हाथों से दूसरे पैर को अच्छी तरह से पकड़ें और खींचें। इस मुद्रा में 20 तक की गिनती करें। अब ये ही प्रक्रिया आप दूसरे पैर से कर सकते हैं। ऐसा करने से कमर और शरीर के निचले हिस्से में खिंचाव होगा और आप बेहतर महसूस करेंगे।
दूसरा अभ्यास:-
अब मैट पर पैरों को आगे की तरफ फैलाकर बैठें। अब दोनों घुटनों को मोड़ते हुए उठाएं। दोनों हाथों की पीछे जमीन पर रखें। अब एक पैर को उठाते हुए दूसरे पैर की जांघ पर रखें। दोनों हाथों से दूसरे पैर को पकड़कर बैठे रहें। आप कुछ देर होल्ड कर रखें।
तीसरा अभ्यास:-
अब आप मैट पर लेट जाएं। एक पैर को उठाते हुए उसके पंजे को दोनों हाथों से पकड़ें और स्ट्रेच करते हुए पेट तक ले जाएं। दूसरा पैर मैट पर सीधा रहेगा। अब इस मुद्रा में होल्ड करें। दूसरे पैर के साथ भी ये अभ्यास करें।
चौथा अभ्यास:-
मैट पर लेट जाएं। अब दोनों पैरों के पंजों को हाथों से पकड़ लें और घुटने को मोड़ते हुए जितना खींच सकते हैं खींचें। इसके साथ ही गर्दन को उठाएं और पैरों तक खींचने का प्रयास करें। इस मुद्रा में होल्ड करें।
पांचवां अभ्यास:-
अब आप मैट पर लेटे रहें। दोनों पैरों को फोल्ड करते हुए कुल्हों के करीब इन्हें रख लें। हाथों को थाई पर रखें और दोनों घुटनों को दोनों तरफ स्ट्रेच करते हुए फैला लें।