पैरेंटिंग। आजकल की मॉर्डन लाइफस्टाइल में अधिकतर कपल्स सिंगल बेबी रखना पसंद करते हैं। बेशक सिंगल बेबी होने पर पेरेंट्स बच्चे को ज्यादा से ज्यादा समय दे पाते हैं। लेकिन कई बार पेरेंट्स के लाड प्यार से बच्चे बिगड़ भी जाते हैं। ऐसे में यदि आपका बच्चा भी इकलौता है। तो कुछ आवश्यक बातों का खास ख्याल रखकर आप बच्चे की अच्छी तरह से परवरिश कर सकते हैं।
वैसे तो सभी बच्चे पैरेंट्स के लिए एक समान होते हैं। लेकिन इकलौते बच्चे की परवरिश करते समय पेरेंट्स अक्सर कुछ गलतियां कर बैठते हैं। जिससे ना सिर्फ बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ता है बल्कि बच्चा बिगड़ने भी लग सकता है। तो चलिए जानते हैं इकलौते बच्चों की परवरिश से जुड़े कुछ पेरेंटिंग टिप्स, जिसे फॉलो करके आप बच्चे को बेहतर इंसान बना सकते हैं।
बच्चे पर ना डालें उम्मीदों का बोझ :-
इकलौते बच्चे से पैरेंट्स को बहुत सारी उम्मीदें होती हैं। हालांकि बच्चा हमेशा पेरेंट्स की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाता है। जिसके चलते पेरेंट्स को निराश होना पड़ता है और बच्चा भी मानसिक तनाव का शिकार हो सकता है। इसलिए इकलौता बच्चा होने पर उससे ज्यादा उम्मीद ना रखना बेहतर रहता है।
सख्ती बरतने से बचें :-
इकलौते बच्चे की सेफ्टी को लेकर पेरेंट्स अक्सर परेशान रहते हैं। ऐसे में पेरेंट्स हर कदम पर बच्चों को रोकना-टोंकना शुरू कर देते हैं। जिससे बच्चा अपने फैसले खुद नहीं ले पाता है। ऐसे में बच्चे को थोड़ी आजादी देने की कोशिश करें। जिससे बच्चा सेल्फ डिपेंडेंट बन सकेगा।
दुनियादारी से कराएं अवगत :-
इकलौते बच्चे को बिगड़ने से बचाने के लिए पेरेंट्स अक्सर बच्चे को बाहरी दुनिया से दूर रखते हैं। हालांकि इससे बच्चा अकेलापन फील करने लगता है। वहीं बच्चा जिंदगी की परेशानियों से लड़ने में भी खुद को असमर्थ महसूस करता है। इसलिए बच्चे को बचपन से दुनियादारी का ज्ञान देना बहुत जरूरी होता है।
बच्चे को दें स्पेस :-
अधिकतर पेरेंट्स इकलौते बच्चे को किसी चीज की कमी महसूस नहीं होने देते हैं। जिससे बच्चा चीजों की वैल्यू नहीं करता है। ऐसे में बच्चे से थोड़ी दूरी बनाकर रखें और उसे स्पेस देने की कोशिश करें। जिससे ना सिर्फ बच्चा चीजों की अहमियत समझेगा बल्कि अपने फैसले खुद लेने में भी सक्षम रहेगा।