ये प्रतिमाएं दुनिया में हैं सबसे ऊंची, इनका दीदार है काफी अमेजिंग

रोचक जानकारी। दुनिया के लगभग सभी देशों में आलीशान ऊंची इमारतें देखने को मिलती हैं। विश्व की सबसे ऊंची बिल्डिंग का जिक्र आते ही अधिकतर लोगों के जेहन में दुबई के बुर्ज खलीफा का नाम आता है। वहीं सबसे ऊंची प्रतिमा की बात करें तो ध्यान में आती है स्टैचू ऑफ लिबर्टी। जबकि दुनिया में और भी कई प्रतिमाएं हैं जिनको विश्व के सबसे बड़ी मूर्तियों में गिना जाता है। इनमें दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के रूप में भारत में ही मौजूद है। तो आइए आज हम आपको रूबरू करवाते हैं दुनिया की सबसे ऊंची स्टैच्यू और उनकी कुछ अनोखी खासियतों से, जिनका दीदार आपके लिए अमेजिंग एक्सपीरियंस साबित हो सकता है।

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, भारत :

गुजरात में नर्मदा नदी के किनारे स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 597 फीट है। इस स्टैच्यू को भारत के पहले गृह मंत्री और स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में बनवाया गया है। आधार सहित 790 फीट ऊंची स्टैच्यू ऑफ यूनिटी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है।

वसंत मंदिर बुद्ध, चीन :

चीन के हेनान प्रांत में मौजूद वसंत मंदिर बुद्ध की मूर्ति 420 फीट ऊंची है। भगवान बुद्ध की इस प्रतिमा का निर्माण 1997 में शुरू कराया गया था। जो कि 2008 में बन कर पूरा हुआ था। वहीं इस मूर्ति को बनाने में कुल 18 मिलियन डॉलर का खर्चा आया था।

लेक्युन सेक्या, म्यामार :

म्यांमार में स्थित लेक्युन सेक्या दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है। भगवान बुद्ध को समर्पित लेक्युन सेक्या लगभग 381 फीट ऊंची है। जिसका निर्माण कार्य 1996 में शुरू हुआ था और इसे बनाने में कुल 12 वर्ष का समय लग गया था।

उशीकु दाइबुत्सु, जापान :

जापान में मौजूद भगवान बुद्ध की मूर्ति उशीकु दाइबुत्सु दुनिया की चौथी सबसे बड़ी प्रतिमा है। इस मूर्ति की ऊंचाई 330 फीट है। उशीकु दाइबुत्सु का निर्माण शिनरान के जन्म का जश्न मनाने के लिए करवाया गया था। शिनरान बौद्ध धर्म के ‘टू प्योर लैंड स्कूल’ के संस्थपाक थे।

सेंदाई डाइकनोन, जापान :

दुनिया की पांचवी सबसे ऊंची मूर्ति सेंदाई डाइकनोन भी जापान में मौजूद है। इस मूर्ति की ऊंचाई भी 330 फीट है। जिसका निर्माण कार्य 1991 में हुआ था। सेंदाई डाइकनोन की प्रतिमा न्योइरिन कन्नन को समर्पित है।

यान और हुआंग, चीन :

चीन में येलो नदी के किनारे बसी यान और हुआंग की प्रतिमा को पहाड़ काट कर बनाया गया है। वहीं पहाड़ सहित इस मूर्ति की ऊंचाई कुल 348 फीट है। जिसका निर्माण चीन के शासक यान और हुआंग की याद में कराया गया है।

पीटर द ग्रेट, रूस :

पीटर द ग्रेट का स्टैच्यू रूस की राजधानी मॉस्को में मॉस्कोवा नदी के किनारे स्थित है। इस मूर्ति की ऊंचाई 322 फीट है। वहीं इस स्टैच्यू को रूस के शासक पीटर द ग्रेट की याद में बनवाया गया है।

स्टैचू ऑफ लिबर्टी :

स्टैचू ऑफ लिबर्टी न्यूयॉर्क हार्बर में स्थित है। ये प्रतिमा 151 फुट लंबी है लेकिन आधार सहित इसकी कुल ऊंचाई 305 फुट है। फ्रान्स और अमेरिका की दोस्ती की निशानी के तौर पर तांबे से बनी ये मूर्ति फ्रान्स ने वर्ष 1886 में अमेरिका को दी थी।

अवाजी कन्नोन, जापान :

जापान के 5 मंजिला पेडस्टल इमारत पर स्थित अवाजी कन्नोन की प्रतिमा 260 फीट ऊंची है। अवाजी कन्नोन की प्रतिमा बौद्ध देवी गुआनिन को समर्पित है। कन्नोन की इस सफेद प्रतिमा को आईलैंड के किसी भी हिस्से से देखा जा सकता है।

 

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