Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पूरे देश से 117 वीं बार मन की बात की. ये कार्यक्रम साल 2024 का आखिरी एपिसोड है, ऐसे में प्रधानमंत्री देशवासियों को नए साल की बधाई दी. इसके साथ ही संविधान के मुद्दों पर भी चर्चा की. बता दें कि इससे पहले नवंबर माह के मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने डिजिटल अरेस्ट, स्वामी विवेकानंद, NCC, लाइब्रेरी जैसे मुद्दों पर बात की थी.
मन की बात कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 2025 बस अब तो आ ही गया है. 2025 में 26 जनवरी को संविधान लागू हुए 75 साल पूरे हो रहे हैं. ये हमारे लिए गर्व की बात हैं. उन्होंने कहा कि संविधान हमारे लिए गाइडिंग लाइट है. हमारा मार्गदर्शक है. संविधान की वजह से ही आज में आपसे बात कर पा रहा हूं.
सभी देशवासी बनें इस वेबसाइट का हिस्सा
पीएम मोदी ने कहा कि देश के नागरिकों को संविधान की विरासत से जोड़ने के लिए constitution75.com नाम से एक खास वेबसाइट भी बनाई गई है, जिसमें आप संविधान की प्रस्तावना पढ़कर अपना वीडियो अपलोड कर सकते हैं. इतना ही नहीं, आप अलग-अलग भाषाओं में संविधान पढ़ सकते हैं, संविधान के बारे में प्रश्न भी पूछ सकते हैं. उन्होंने कहा कि ‘मन की बात’ के श्रोताओं से, स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से, कॉलेज में जाने वाले युवाओं से, मेरा आग्रह है, इस वेबसाइट पर जरूर जाकर देखें, इसका हिस्सा बनें.
कुंभ की विशेषता इसकी विविधता में हैं
इस दौरान 13 जनवरी से लगने वाले महाकुंभा जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ की विशेषता केवल इसकी विशालता में ही नहीं है. कुंभ की विशेषता इसकी विविधता में भी है. इस आयोजन में करोड़ों लोग एक साथ एकत्रित होते हैं. लाखों संत, हजारों परम्पराएं, सैकड़ों संप्रदाय, अनेकों अखाड़े, हर कोई इस आयोजन का हिस्सा बनता है. कहीं कोई भेदभाव नहीं दिखता है, कोई बड़ा नहीं होता है, कोई छोटा नहीं होता है. अनेकता में एकता का ऐसा दृश्य विश्व में कहीं और देखने को नहीं मिलेगा.
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