नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना अपने श्रीनगर स्थित मिग -21 स्क्वाड्रन ‘स्वॉर्ड आर्म्स’ को सेवानिवृत्त करने वाली है। ‘स्वॉर्ड आर्म्स’ देश में मिग-21 की बची चार स्क्वाड्रंस में से एक है। इसी स्क्वाड्रन के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने फरवरी 2019 में पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराया था।
रक्षा सूत्रों के अनुसार, सितंबर के अंत तक इस स्क्वाड्रन को सेवानिवृत्त किया जाना है। बीते कई वर्षों से मिग-21 हादसों का शिकार होता रहा है। इन हादसों में कई पायलटों की जान भी जा चुकी है। ऐसी बढ़ती घटनाओं और पुराने होते मिग-21 विमानों को चरणबद्ध तरीके से रिटायर किया जा रहा है। इसी कड़ी में ये सेवानिवृत्ति हो रही है। इसके बाद मिग-21 के तीन और स्क्वाड्रंस रिटायर होने हैं। 2025 तक मिग-21 के बाकी तीन स्क्वाड्रनों को चरणबद्ध तरीके से सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा।
नंबर 51 स्क्वाड्रन या ‘स्वॉर्ड आर्म्स’ भारतीय वायुसेना के शानदार स्क्वाड्रनों में से एक है। इस स्क्वाड्रन ने 1999 में ऑपरेशन सफेद सागर के दौरान भाग लिया था। इसे प्रभावी योगदान के लिए एक वायु सेना पदक और तीन मेंशन-इन-डिस्पैच से सम्मानित किया गया था। ऑपरेशन पराक्रम के दौरान स्क्वाड्रन को कश्मीर घाटी की वायु रक्षा का काम सौंपा गया था। इसे 1985 में चंडीगढ़ में स्थापित किया गया था। स्क्वाड्रन की शिखा तलवार से जकड़े हुए मांसपेशियों वाले हथियारों की एक जोड़ी को चित्रित करती है, जो “विजय प्रक्रम” के आदर्श वाक्य को दर्शाती है, जिसका अर्थ है ‘विजय के लिए वीरता’।
26 फरवरी, 2019 को बालाकोट में भारत ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी की थी। पाकिस्तान ने 27 फरवरी को जवाबी कार्रवाई करते हुए भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की कोशिश की थी। विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान एक हवाई हमले को विफल करने के लिए ऊंची उड़ान पर थे और पाकिस्तानी जेट के साथ हवाई लड़ाई में लगे हुए थे। अपने मिग -21 बाइसन जेट से उन्होंने पाकिस्तान के F-16 फाइटर को मार गिराया था। उन्हें 2019 में स्वतंत्रता दिवस पर भारत के तीसरे सबसे बड़े युद्धकालीन वीरता पदक वीर चक्र से सम्मानित किया गया था।