Nepal: नेपाल अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है. बुधवार को भी नेपाल की सड़कों पर हिंसा और आगजनी देखने को मिल रही है. बता दें कि मंगलवार की रात से ही नेपाल में सड़कों पर सेना तैनात कर दी गई है. बावजूद प्रदर्शनकारियों का गुस्सा उफान पर है. राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली समेत पूरी सरकार के इस्तीफे के बावजूद जनता उन्माद पर आमादा है.
अब तक 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद भी प्रदर्शनकारियों का गुस्सा खत्म नहीं हुआ है और प्रदर्शनकारी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं.
18 जिलों की जेल से करीब 6 हजार कैदी फरार
नेपाल में भड़की हिंसा के बीच एक बड़ी खबर ये है कि नेपाल के 18 जिलों की जेल से करीब 6 हजार कैदी फरार हो गए हैं. इसमें अकेले कास्की से 773 कैदी और नवलपरासी जेल से 500 कैदी फरार हुए हैं. चितवन से 700 कैदी, कैलाली से 612 कैदी, जलेश्वर से 576 कैदी फरार हुए हैं.
भारत-नेपाल बार्डर पर सशत्र सीमा बल के जवान की तैनाती
नेपाल में हिंसा होने के बाद अब इंडोनेपाल बार्डर पर आवागमन को सीमित कर दिया गया है. नेपाल में फंसे भारतीय और भारत में फंसे नेपाली नागरिकों को बॉर्डर पर उनकी आईडी और उनके सामानों को चेक करके उनको छोड़ा जा रहा है. रुपईडीहा बार्डर पर सशत्र सीमा बल के जवान और यूपी पुलिस ने सुरक्षा की कमान संभाल रखी है. रुपईडीहा चेक पोस्ट पर हर रोज 35 से 40 हजार लोगों का आवागमन होता था. लेकिन नेपाल में हिंसा होने के बाद चेक पोस्ट पर सन्नाटा पसरा हुआ है. बॉर्डर चेकपोस्ट पर नेपाली नागरिकों को चेक करके उन्हें नेपाल जाने दिया जा रहा है. सशत्र सीमा बल के जवान उनको चेक कर रहे हैं, फिर उन्हें जाने दिया जा रहा है.
पशुपतिनाथ मंदिर, त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंद
नेपाल में हालात काबू करने के लिए सेना सड़कों पर उतर गई है. Gen Z के हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद चप्पे-चप्पे पर सेना को तैनात कर दिया गया है. बिगड़े हालात को देखते हुए प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर और त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट को सभी उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है. मंगलवार को पशुपतिनाथ मंदिर और त्रिभुवन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की थी.
नेपाल में प्रदर्शनकारियों की ये हैं मांगें
नेपाल में विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग कई मांग कर रहे हैं, जिसमें से 3 प्रमुख है. इनमें से एक तो पूरी हो गई है, लेकिन 2 का क्या होगा?
- पहली मांग– प्रधानमंत्री केपी ओली को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए. इस सरकार के पास सरकार में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
- दूसरी मांग– प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाने वाले लोगों पर हो कार्रवाई. नीचे से लेकर ऊपर तक हर कोई जिम्मेदार है. इन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
- तीसरी मांग– नेपाल युवाओं की एक अंतरिम सरकार का गठन किया जाए.
यूपी के 7 जिलों में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
नेपाल में हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सात जिलों में चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के साथ उच्च स्तरीय सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं. अधिकारियों के अनुसार नेपाल की राजधानी काठमांडू सहित विभिन्न इलाकों में दूसरे दिन जारी हिंसक प्रदर्शनों को देखते हुए भारत-नेपाल के सीमावर्ती महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी और पीलीभीत जिलों के सीमाओं की भी सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गयी है.
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