Delhi: एलजी वीके सक्सेना ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए दिल्ली के सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 461 अंशकालिक शिक्षकों (पीटीवीटी) के कॉन्ट्रैक्ट को आगे बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. एलजी के इस कदम से शिक्षकों की कमी झेल रहे स्कूलों को राहत मिली है.
सीबीएसई द्वारा नेशनल स्किल क्वालिटी फ्रेमवर्क के तहत शामिल किए गए विषयों के लिए शिक्षकों की कमी नहीं होगी। इसमें दिल्ली सरकार के स्कूलों में 449 शिक्षकों को सेवा विस्तार दिया गया है। इसमें 437 क्वालिफाइड और 12 नन-क्वालिफाइड शिक्षक शामिल हैं। वहीं तीन स्कूलों में फूड प्रोडक्शन सिखाने के लिए तीन शिक्षकों के अनुबंध को बढ़ाया है।
चार स्कूलों में 9 शिक्षकों की सेवा में विस्तार
एलजी सक्सेना ने सरकारी सहायता प्राप्त चार स्कूलों में 9 शिक्षकों की सेवा में विस्तार किया है. बता दें, पार्ट टाइम वोकेशनल टीचर्स फैशन स्टडी, स्टेनोग्राफी (अंग्रेजी और हिंदी), शॉर्टहैंड, ब्यूटी एवं वेलनेस, वेब एप्लिकेशन, सूचना और प्रौद्योगिकी, अकाउंटेंसी और ऑडिटिंग, टाइपोग्राफी और कंप्यूटर एप्लीकेशन, बीमा, पुस्तकालय, सूचना विज्ञान, कपड़ा डिजाइन, बैंकिंग, बागवानी, एयर कंडीशनिंग और प्रशीतन, इलेक्ट्रॉनिक्स प्रौद्योगिकी, मोटर वाहन, आदि की पढ़ाई करने में लगे हुए हैं.
410 शिक्षकों की सेवा विस्तार को मिली हरी झंडी
शिक्षा विभाग का कहना है कि नए शिक्षकों की भर्ती ना होने और सेवा निवृत्ति के कारण इनकी संख्या लगातार घट रही है और वर्तमान में दिल्ली सरकार के स्कूलों में कुल 505 नॉन परमानेंट वोकेशनल शिक्षक कार्यरत हैं, जिनमें से 410 शिक्षकों की सेवा विस्तार को हरी झंडी मिल गई है और बचे हुए 95 शिक्षक वित्त विभाग की मंज़ूरी के साथ अस्थायी पदों पर कार्यरत हैं, जिनका नवीनीकरण हर साल होता है ऐसे में यह कदम न केवल स्कूली शिक्षा में व्यावसायिक प्रशिक्षण को जारी रखने में सहायक होगा, बल्कि छात्रों को भविष्य के लिए तैयार करने में भी अहम भूमिका निभाएगा.
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