Republic Day: इस बार गणतंत्र दिवस परेड का आगाज भारतीय सेना का मार्चिंग दस्ता नहीं करेगा. जी हां. 75वें गणतंत्र दिवस पर पहली बार परेड का उद्घोष सौ महिला कलाकार आह्वान (युद्ध का आह्वान)’ थीम पर पारंपरिक वाद्ययंत्र, संगीत, शंख, नागड़ा, ढोल, ताशा, तुतारी बजाते हुए करेंगी.
Republic Day: कर्तव्य पथ पर होगा शंखनाद
बता दें कि प्राचीन काल में जैसे युद्ध शुरू होने और युद्ध के दौरान शंखनाद होता था, उसी तर्ज पर कर्तव्य पथ पर शंखनाद होगा. इतना ही नहीं, देश के इतिहास में पहली बार परेड की शुरुआत रक्षा मंत्रालय की जगह संस्कृति मंत्रालय करेगा. इस साल यानी 2024 के गणतंत्र दिवस (Republic Day) के परेड में हजारों साल पुरानी संस्कृति, कला, लोकतंत्र के साथ-साथ वर्ष 2047 में नये भारत की झलक भी दिखने को मिलेगी.
Republic Day: परेड में महिलाएं दैवीय नारी शक्ति का प्रतीक
इस बार का यानी 75वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह सबसे अलग होगा. दरअसल, वर्षो से 26 जनवरी की परेड की शुरुआत सैन्य बैंड के साथ की जाती रही है, लेकिन इस बार कर्तव्य पथ पर महिला कलाकार पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ परेड का आगाज लोक और पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र बजाते हुए करेंगी. परेड में महिलाएं दैवीय नारी शक्ति का प्रतीक होगी.
Republic Day: 150 साल पुरानी साड़ी में गोटापट्टी देखें
इतना ही नहीं, कर्तव्य पथ पर अनंत सूत्र- द एंडलेस थ्रेड में 1900 प्राचीन पारंपरिक साड़ियों के बारे में जानने का मौका मिलेगा. बता दें कि दर्शक दीर्घा में सीटों के पीछे क्यूआर कोड के साथ साड़ियों की प्रदर्शनी लगाई गई है. इसमें देशभर की पारंपरिक पहचान को दर्शातीं साड़ियों को देखने और जानने का मौका मिलेगा. वहीं, विदेशी मेहमानों की दीर्घा में दो साड़ी होंगी. इसमें एक 150 साल पुरानी कश्मीर-पंजाब बार्डर पर पारंपरिक गोटापट्टी पर आधारित साड़ी का डिस्प्ले होगा. जबकि दूसरी बच्चों द्वारा तैयार पेंटिंग वाली साड़ी होगी.
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