स्वास्थ्य। यूरिक एसिड हमारे शरीर के छोटे जॉइंट्स में जमा हो जाता है और इसकी वजह से गाउट की समस्या हो जाती है। गाउट एक प्रकार का अर्थराइटिस है, जिसमें हाथ और पैरों के छोटे जॉइंट्स में बहुत तेज दर्द होता है। यूरिक एसिड की मात्रा हद से ज्यादा हो जाए, तो किडनी स्टोन और किडनी फेलियर का खतरा भी बढ़ जाता है। यही कारण है कि लोगों को हमेशा यूरिक एसिड कंट्रोल रखने की सलाह दी जाती है। आज के दौर में बड़ी संख्या में लोग हाई यूरिक एसिड से जूझ रहे हैं। इनमें युवाओं काफी संख्या में युवा भी शामिल हैं। खाने-पीने की छोटी-छोटी गलतियों की वजह से भी यूरिक एसिड लेवल बढ़ जाता है।
यूरिक एसिड बढ़ने की एक बड़ी वजह हाई प्यूरिन फूड्स का ज्यादा सेवन भी है। जिन फूड्स और ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, उन्हें भी अवॉइड करने से हेल्थ को कई फायदे होते हैं। अगर आप अपने खान-पान और लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव कर लें तो यूरिक एसिड की समस्या से हमेशा के लिए छुटकारा भी पाया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसे फूड्स के बारे में जिनका सेवन करने से यूरिक एसिड के मरीजों को गाउट और किडनी फेलियर जैसी गंभीर दिक्कतें भी हो सकती हैं-
– व्हाइट ब्रेड खाने से यूरिक एसिड लेवल और ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकते हैं। इसमें रिफाइंड कार्ब्स की मात्रा होती है, जिससे गाउट का खतरा भी बढ़ जाता है। यूरिक एसिड के मरीजों को व्हाइट ब्रेड से दूरी बनानी चाहिए।
– रेड मीट का सेवन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए सबसे खतरनाक माना जाता है। इसमें हाई प्यूरिन होता है, जो यूरिक एसिड बढ़ाकर गाउट की समस्या पैदा कर सकता है। नॉन वेज फूड्स को अवॉइड करके यूरिक एसिड आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
– यूरिक एसिड और गाउट की समस्या से जूझ रहे लोगों को सीफूड को भी अवॉइड करना चाहिए। झींगा, सीप, केकड़ा और लॉबस्टर जैसे सीफूड को कम मात्रा में खाया जा सकता है। इसके अलावा अन्य सीफूड यूरिक एसिड तेजी से बढ़ा सकते हैं।
– शहद का ज्यादा सेवन करने से भी हाई यूरिक एसिड की समस्या ट्रिगर हो सकती है। शहद में फ्रक्टोज की मात्रा ज्यादा होती है और यह शरीर में जाकर प्यूरिन रिलीज करता है। कभी-कभी शहद का सेवन करना ठीक है, लेकिन ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए।