PM Modi : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शरीर कितना भी मजबूत क्यों न हों किजना भी शक्तिशाली क्यों न हो। एक कांटा भी लगातार दर्द दे सकता है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने तय किया है कि कांटा निकालना ही होगा। जानकारी के मुताबिक 1947 में मां भारती के टुकड़े हुए। उन्होंने ने कहा कि कटनी चाहिए थीं जंजीरें, लेकिन काट दी गईं भुजाएं।
पाकिस्तान ने हड़पा मां भारती का एक हिस्सा
उस दिन हमारे देश के तीन टुकड़े किए गए और उसी रात पहला आतंकी हमला कश्मीर की धरती पर हुआ। आज हम सब जानते हैं कि मां भारती का एक हिस्सा आतंकवादियों के बलबूते पर पाकिस्तान ने हड़प लिया। अगर उसी दिन हम सभी भारत वासियों ने मिलकर इन मुजाहिदीनों को मौत के घाट उतार दिया गया होता और सरदार पटेल की बात मान ली गई होती, तो 75 साल से चला आ रहा ये आतंकी घटनाओं का सिलसिला देखने को नहीं मिलता।
सम्मान के साथ दहशतगर्दों को दी विदाई
जानकारी के दौरान पहलगाम में भी उसी का विकृत रूप था। वर्तमान मय में आज 75 साल हो इसको झेलते हुए। लेकिन पाकिस्तान ने जब-जब भारत पर हमला किया भारत की सैन्य शक्ति ने हर पाकिस्तान के धूल चटा दी। पाकिस्तान ने यह समझ लिया कि लड़ाई में वह भारत से जीत नहीं सकता। इसीलिए उसने प्रॉक्सी वॉर का सहारा लिया। उसने आतंकी तैयार करने शुरू किए। तो हम भी जवाब देते हुए सम्मान के साथ दहशतगर्दों को विदाई देते हैं। पाकिस्तान कभी भी यह प्रहार नही भूल पाएगा।
मिनटों में ध्वस्त किए पाकिस्तान के ठिकाने
पीएम मोदी ने बताया कि जब आतंकवाद के 9 ठिकानों को तय करके 22 मिनट में ध्वस्त कर दिया, इस दौरान उसे कैमरे में भी कैद किया गया ऐसा इसलिए कि यहां कोई सबूत न मांगने लगे। लेकिन अब हमें सबूत नहीं देना पड़ा रहा है। सामने वाला खुद ही सबूत पर सबूत दे रहा है। ये पाकिस्तान की सोची-समझी युद्ध की रणनीति है। आप वॉर ही कर रहे हैं, तो उसका जवाब भी वैसे ही मिलेगा।
वसुधैव कुटुंबकम हमारा संस्कार है
पीएम मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमारा देश महान संस्कृति परंपरा को लेकर चला है। वसुधैव कुटुंबकम हमारा संस्कार है और यह हमारी रग-रग में है यह हमारा चरित्र है, हमने इसे जिया है। हमारा बस इतना कहना है कि वे भी सुख-चैन से जीएं और हमें भी जीने दें। हजारों वर्षों से यही हमारा चिंतन रहा है। इसके बावजूद जब बार-बार हमारे सामर्थ्य को ललकार जाए तो यह देश वीरों की भी भूमि है। वह देश की रक्षा के प्रति आतंकवाद को जवाब जरूर देंगे।
60 साल तक नहीं खोले गए ये गेट
उन्होंने कहा कि मैं नई पीढ़ी को बताना चाहता हूं कि कैसे हमारे देश को बर्बाद कर दिया गया। अगर आप पिछले वर्षो के मुताबिक लगभग 1960 की सिंधु जल संधि का अध्ययन करेंगे, तो आपको झटका लगेगा। यह तय हुआ था कि जम्मू-कश्मीर की नदियों पर बने बांधों की, किसी भी प्रकार की सफाई नहीं की जाएगी। गंदगी साफ करने के लिए नीचे के गेट बंद रहेंगे। 60 साल तक ये गेट कभी नहीं खोले गए। हमने बांधों की सफाई के लिए छोटे-छोटे गेट खोले हैं और वहां पहले से ही बाढ़ आ गई है।
अगले 10 सालों के लिए अभी से योजना बनानी शुरू
हम आपको बता दें कि एक समय में गुजरात के पास नमक से ऊपर कुछ नहीं था, लेकिन आज दुनिया में हीरा के लिए जाना जाता है। उन्होंने अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि उस समय से लेकर 2035 तक गुजरात पूरे 75 साल पूरा करेगा, हमें अगले 10 सालों के लिए अभी से योजना बनानी शुरू कर देनी चाहिए। गुजरात जब 75 साल का हो जाएगा, उसके ठीक एक साल बाद ओलंपिक आयोजित किए जाएंगे। देश की इच्छा है कि ओलंपिक भारत में आयोजित किए जाएं…।’
इसे भी पढ़ें :- BSF के शहीद जवानों के नाम पर होंगे पोस्टों के नाम, आतंकी लॉन्च पैड उड़ाने का नया वीडियो जारी