रीवा। पीएम नरेंद्र मोदी सोमवार को राष्ट्रीय पंचायती दिवस कार्यक्रम के अवसर पर आयोजित पंचायती राज सम्मेलन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के रीवा पहुंचे। जहां उन्होंने विकास प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सुपारी आर्ट से बनी कलाकृति भेंट कर पीएम मोदी का स्वागत किया।
पीएम मोदी ने रीवा के एस.ए.एफ ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह में रिमोट दबाकर पंचायत स्तर पर सार्वजनिक खरीद के लिए बनाए गए एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का शुभारंभ किया। साथ ही पीएम मोदी ने रिमोट का बटन दबाकर पीएम समावेशी विकास विषय पर आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के तहत एकीकृत राष्ट्रीय लांच और एकम समावेशी विकास वेबसाइट और मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया।
पंचायती राज सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की भावना को बढ़ावा देने के साथ हमारे नागरिकों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा करती हैं। आजादी के इस अमृतकाल में हम सभी देशवासियों ने विकसित भारत का सपना देखा है और उसे पूरा करने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। भारत को विकसित बनाने के लिए भारत के गांवों की सामाजिक व्यवस्था को विकसित करना जरूरी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज यहां ई-ग्राम स्वराज और ई-जेम पोर्टल को मिलाकर जो नई व्यवस्था लॉन्च की गई है, उससे आपका काम और आसान होने वाला है। पीएम स्वामित्व योजना के तहत भी देश के 35 लाख ग्रामीण परिवारों को प्रॉपर्टी कार्ड दिए गए।
पहले की सरकारों ने पंचायतों से भेदभाव किया, अब उनसे उलटा हम उन्हें सशक्त कर रहे हैं। 2014 से पहले पंचायतों के लिए वित्त आयोग का अनुदान 70 हजार करोड़ से भी कम था। इतनी कम राशि से इतना बड़ा देश, इतनी सारी पंचायतें कैसे अपना काम कर पातीं। 2014 में हमारी सरकार आने के बाद पंचायतों को मिलने वाला यह अनुदान 70 हजार से बढ़ाकर 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। 2014 से पहले के 10 साल में केंद्र सरकार की मदद से 6 हजार के आसपास पंचायत भवन बनवाए गए थे। हमारी सरकार ने 8 वर्ष के अंदर 30 हजार से ज्यादा नए भवन बनवा दिए हैं।
कांग्रेस पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूज्य बापू कहते थे भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना किया। आजादी के बाद की सरकारों ने भारत की पंचायती राज व्यवस्था को ध्वस्त किया। जो व्यवस्था सैकड़ों वर्ष, हजारों वर्ष पहले से थी, उसी पंचायती राज व्यवस्था पर आजादी के बाद भरोसा ही नहीं किया गया।
90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति की, ध्यान नहीं दिया। 2014 के बाद से देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। आज भारत की पंचायतें गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही हैं।
पीएम मोदी ने शिवराज सरकार के कार्यों की सराहना करते हुए छिंदवाड़ा के विकास की बात करते हुए कमलनाथ पर निशाना साधा। वहीं, कांग्रेस को घेरते हुए पीएम ने कहा कि जिस दल की सरकार ने देश में सबसे ज्यादा समय तक शासन किया। उसने ही गांवों का भरोसा तोड़ दिया।
उन्होंने आगे कहा कि डिजिटल क्रांति के इस दौर में अब पंचायतों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है। आज ई-ग्राम स्वराज- जीईएम इंटीग्रेटेड पोर्टल का शुभारंभ किया गया है। इससे पंचायतों के माध्यम से होने वाली खरीद की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनेगी। पीएम ने कहा कि हमारे यहां गांव के घरों के प्रॉपर्टी के कागजों को लेकर बहुत उलझनें रही हैं। इसके चलते भांति-भांति के विवाद होते हैं, अवैध कब्ज़ों की आशंका होती है। ‘पीएम स्वामित्व योजना’ से अब ये सारी स्थितियां बदल रही हैं।
पीएम मेादी ने कहा कि पहले की सरकारें गांव के लिए पैसे खर्च करने से बचती थी, क्योंकि गांव अपने आप में कोई वोट बैंक तो था ही नहीं। इसलिए उन्हें नजरअंदाज किया जाता था। गांव के लोगों को बांटकर कई राजनीतिक दल अपनी दुकान चला रहे थे। भाजपा ने गांवों के साथ हो रहे इस अन्याय को भी समाप्त कर दिया है। हमारी सरकार ने गांवों के विकास के लिए तिजोरी खोल दी है।
40 करोड़ से ज्यादा ग्रामीणों के खाते खोले
पीएम ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के गांवों को जब बैंकों की ताकत मिली है, तो खेती-किसानी से लेकर व्यापार कारोबार तक, सब में गांव के लोगों की मदद हो रही है। हमने जनधन योजना चलाकर गांव के 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुलवाए। हमने इंडिया पोस्ट पैमेंट बैंक के माध्यम से गांवों तक बैंकों की पहुंच बढ़ाई।
तीन नई ट्रेनों को दिखाई हरी झंडी
संबोधित करने से पहले पीएम मोदी ने वर्चुअल माध्यम से रीवा-इतवारी ट्रेन समेत तीन नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएं कर रवाना किया और रीवावासियों को तीन नई ट्रेनों रीवा-इतवारी ट्रेन, छिंदवाड़ा-नैनपुर ट्रेन और नैनपुर-छिंदवाड़ा ट्रेन की सौगात दी और रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।
हितग्राहियों को कराया गृह प्रवेश
पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चार लाख हितग्राहियों को वर्चुअल माध्यम से गृह प्रवेश भी कराया। साथ ही 7853 करोड़ रुपये की पांच नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया।