Sharad Purnima 2024: कुंडली में चंद्रमा की है खराब स्थिति, शरद पूर्णिमा के दिन करें ये उपाय

Sharad Purnima 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है. मान्‍यता है कि, यदि कुंडली में चंद्रमा अशुभ हो तो जातक को मानसिक समस्याओं, नींद की कमी, निर्णय लेने में मुश्किल होने जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है. साथ ही व्यक्ति मानसिक रूप से अशांत रहता है और आसानी से तनाव का शिकार हो जाता है. यदि आपकी भी कुंडली में चंद्र ग्रह अशुभ या नकारात्मक रूप से विराजमान हैं, तो इस शरद पूर्णिमा पर आपको कुछ उपाय जरूर करने चाहिए.

कहा जाता है कि शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा पृथ्वी के बेहद निकट होता है और चंद्रमा की 16 कलाओं की आभा पृथ्वी के प्रत्येक जीव को प्रभावित करती है. ऐसे में इस दिन कुछ उपायों को करने से आप चंद्र ग्रह के दुष्प्रभाव में कमी ला सकते हैं. इस साल शरद पूर्णिमा 17 अक्टूबर को है. तो आइए जानते हैं चंद्र ग्रह को ठीक करने वाले उपायों के बारे में-   

कमजोर चंद्रमा की वजह से होती हैं ये बीमारियां

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में अशुभ चंद्रमा से व्यक्ति को शरीर में कई तरह की परेशानियां हो जाती हैं. जैसे- मूत्राशय संबंधी रोग, मधुमेह, अतिसार, अनिद्रा, बात-बात पर चिड़चिड़ापन, मूड खराब हो जाना, जल्दी से क्रोध आना, नेत्ररोग, पागलपन, पीलिया, मानसिक पीड़ा, मानसिक थकान, दमा, फेफड़ों के रोग हो सकते हैं.

चंद्रमा को मजबूत करने के उपाय

शरद पूर्णिमा की रात में गाय के दूध से बनी खीर में घी और चीनी मिलाकर खुले आसमान के नीचे रख दें. दूसरे दिन इस खीर को प्रसाद के रूप में ग्रहण करें। इससे चंद्रमा को मजबूती मिलती है.

यदि आपको मानसिक कष्ट या डिप्रेशन की समस्या है तो आपको शरद पूर्णिमा की रात चंद्रमा को टकटकी लगाकर देखना चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ये उपाय आपके चंद्र को मजबूत बनता है.

इन मंत्रों का करें जाप

ॐ चं चंद्रमस्यै नम:
दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम। नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।
ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
ॐ भूर्भुव: स्व: अमृतांगाय विद्महे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्।

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