ये ड्रिंक्स कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करने में हैं बेहद फायदेमंद

हेल्‍थ। कोलेस्‍ट्रॉल बढ़ने की समस्‍या आम होती जा रही है। यह एक ऐसा गंदा पदार्थ है, जो खून की नसों में इकठ्ठा होता है और उन्हें ब्लॉक कर देता है। जिससे ब्लड फ्लो में रुकावट पैदा होती है। ब्लड फ्लो में दिक्कत होने पर हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा पैदा हो जाता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखना बहुत ही आवश्‍यक है। आज आपको ऐसी ड्रिंक्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका सेवन करने से आपके शरीर में कोने-कोने में जमा कोलेस्ट्रॉल पिघलकर बाहर निकल जाएगा और हार्ट हेल्थ बूस्ट हो जाएगी। साथ ही शरीर की नस-नस में ताकत भर जाएगी।

ग्रीन टी

ग्रीन टी को बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने में बेहद असरदार माना जाता है। ग्रीन टी में कैटेचिन और अन्य एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड होते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल और टोटल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। चाय में मौजूद कैफीन गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। इससे हार्ट हेल्थ को मजबूती मिलती है।

सोया मिल्‍क

सोया मिल्क में सैचुरेटेड फैट कम होता है। सोया दूध से कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद मिल सकती है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने के लिए प्रति दिन 25 ग्राम सोया प्रोटीन का सेवन करने की सिफारिश करता है। सोया को पूरी तरह से और कम से कम प्रोसेस्ड रूप में खाना बेहतर होता है, क्योंकि उसमें शुगर, नमक और फैट की मात्रा कम होती है।

टमाटर का रस

कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद होता है टमाटर का रस। टमाटर लाइकोपीन नामक यौगिक से भरपूर होता है, जो लिपिड स्तर में सुधार कर सकता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है। टमाटर का रस कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले फाइबर और नियासिन से भी भरपूर होता है। आप अपने दिन की शुरुआत टमाटर के रस के साथ कर सकते हैं।

ओट्स ड्रिंक्स

इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल किया जा सकता है। ओट्स में बीटा-ग्लुकन होते हैं, जो आंत में एक जैल जैसा पदार्थ बनाते हैं और पित्त लवण के साथ इंटरैक्ट करते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। एक समीक्षा में पाया गया कि ओट ड्रिंक सेमी-सॉलिड या सॉलिड ओट प्रोडक्ट्स की तुलना में कोलेस्ट्रॉल को लगातार कम कर सकता है।

कोको ड्रिंक्स

इस ड्रिंक्‍स का सेवन करने से शरीर में जमे कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद मिल सकती है। डार्क चॉकलेट में भी कोको मुख्य कंटेंट होता है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जिन्हें फ़्लेवनोल्स कहते हैं। ये कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार कर सकते हैं। 2015 के एक अध्ययन में पाया गया कि एक महीने तक रोजाना दो बार कोको फ्लेवनॉल युक्त 450 मिलीग्राम ड्रिंक का सेवन करने से खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम हो जाता है, जबकि गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है।

 

 

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