एस्ट्रोलॉजी। पूरा संसार पंचतत्वों से मिलकर बना है। पृथ्वी, जल ,आकाश, वायु और अग्नि। इन तत्वों में केवल अग्नि ही ऐसा तत्व है, जो स्वयं को जला कर दूसरों को प्रकाशित करता है। एक ओर जहां अग्नि संसार में प्रकाश करती है, तो दूसरी ओर जरा सी लापरवाही से अग्नि विनाश का कारण भी बन जाती है। प्राचीन काल में भी अग्नि परीक्षा सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती थी। शास्त्रों में अग्नि के कुछ विशेष उपाय भी बताए गए हैं, जो सुख-समृद्धि और सौभाग्य के कारक हैं। तो आइए जानते हैं अग्नि के कुछ विशेष उपाय के बारे में…
अग्नि के उपाय :-
- अगर विवाह जैसे रिश्ते में कोई बाधा आ रही है तो हर गुरुवार पीपल की लकड़ी जलाकर उसमें पीली सरसों के दाने से अपनी उम्र के बराबर आहुति दें। ऐसा करने से व्यक्ति के विवाह में आ रही रुकावट दूर हो जाती है।
- यदि आप काफी समय से नौकरी की तलाश में हैं और आपको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है तो शनिवार की शाम शमी की लकड़ी से आग जलाकर उसमें काले तिल से 21 बार आहुति दें। शीघ्र ही नौकरी के अवसर मिलेंगे।
- अगर आर्थिक तंगी से परेशान हैं या मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है तो सप्ताह में एक बार गूलर की लकड़ी से आग जलाएं। इस आग में 27 बार दूध, चावल और चीनी से बनी हुई खीर की आहुति दें। इस उपाय से व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन का अभाव नहीं रहेगा।
- अगर घर में सुख-समृद्धि चाहते हैं तो घर के मुखिया को सुबह आम की लकड़ी से आग जलाएं और हवन सामग्री में बराबर गुग्गल धूप मिलाकर इसकी 27 बार अग्नि में आहुति दें।
- अगर आप कर्ज से मुक्ति पाना चाहते है तो खैर की लकड़ी से आग जलाकर 27 बार हवन सामग्री के साथ गुड़ की आहुति दें। हर 15 दिन में ये उपाय करने पर जल्दी ही कर्ज से निजात मिलेगा।