स्वास्थ्य। लंग्स हमारे आस-पास के वातावरण और हमारे शरीर के बीच का पहला द्वार है। फेफड़े वायु से ऑक्सीजन को खींचकर उसे खून में पहुंचा देते हैं। वहीं शरीर के अंदर बन रहे कार्बन डाइऑक्साइड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। ऑक्सीजन को खून तक पहुंचाने के अलावा भी लंग्स के बहुत सारे काम होते है। लंग्स हमारे शरीर में पीएच लेवल बैलेंस करते हैं। और शरीर को बाहरी आक्रमण से बचाते हैं। शरीर में जैसे ही इंफेक्शन वाले सूक्ष्मजीवों का हमला होता है, फेफड़ों में मौजूद म्यूकोसिलयरी क्लीयरेंस इसका सफाया कर देता है। लेकिन अगर लंग्स पर ज्यादा जोर पड़े और अनावश्यक हमला होने लगे तो लंग्स कमजोर होने लगते हैं। इसलिए समय रहते फेफड़ों की तंदुरुस्ती पर ध्यान देना आवश्यक होता है।
अगर हल्की सी खांसी या सीने में घरघराहट हो तो आमतौर पर लोग इन्हें नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यही फेफड़ों के खराब होने का पहला संकेत हो सकता है। हालांकि जरूरी नहीं कि ये लक्षण फेफड़ों के खराब होने के संकेत हो, लेकिन अगर ज्यादा दिनों तक रहे तो सचेत होने की जरूरत है। ऐसे में हमें यह जानना जरूरी है कि फेफड़े खराब होने से पहले क्या-क्या लक्षण या संकेत शरीर में दिखाई देते हैं। आइए जानते हैं लंग्स खराब होने के संकेत क्या हैं-
1.क्रोनिक कफ:-
अगर 8 सप्ताह से ज्यादा दिनों से किसी को सर्दी या कफ के कारण सीना भरा हुआ महसूस होता है तो समझना चाहिए कि यह क्रोनिक कफ है। क्रोनिक कफ फेफड़ों के खराब होने का पहला संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें।
2.सांस लेने में तकलीफ:-
जब कोई काम करते हुए सांस लेने में तकलीफ हो तो यह फेफड़ों के खराब होने का संकेत हो सकता है। अगर लगातार सांस लेने में तकलीफ हो तो इसे कभी भी हल्के में न लें।
3.क्रोनिक म्यूकस:-
म्यूकस यानी बलगम का निर्माण फेफड़ों की रक्षा या बाहरी आक्रमण को रोकने के उद्देश्य से होता है लेकिन जब यह बहुत ज्यादा बनने लगे और छाती में एक महीने या उससे ज्यादा दिनों तक परेशान करे तो यह फेफड़ों की बीमारी का संकेत हो सकता है।
4.घरघराहट:-
सांस लेने में शोर या घरघराहट इस बात का संकेत है कि कुछ गलत चीजें आपके फेफड़ों के वायुमार्ग को अवरुद्ध कर रहा है या उन्हें बहुत संकीर्ण बना रहा है। ऐसा होने पर सचेत हो जाएं।
5.खांसी के साथ खून आना:-
खांसी के साथ अंदर से खून आना फेफड़ों की बीमारी का बहुत बड़ा संकेत है। खून चाहे कहीं से आ रहा हो, यह अक्सर नुकसानदेह होता है।
6.छाती में दर्द:-
एक महीने या ज्यादा दिनों से अगर छाती में दर्द हो रहा है, खासकर तब जब आप खांस रहे हैं या सांस ले रहे हैं तो फेफड़ों की गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है। इन सभी स्थितियों में डॉक्टर से अवश्य संपर्क करना चाहिए।