उत्तराखंड की बेटियों ने रचा इतिहास…
उत्तराखंड। उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब किसी क्रिकेट टीम ने बीसीसीआई की बोर्ड ट्रॉफी जीती है। जरूरी नहीं रोशनी चिरागों से हो, बेटियां भी घर में उजाला करती हैं। इस बात को उत्तराखंड की बेटियों ने जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में मध्य प्रदेश को आठ विकेट से हराकर सच साबित करके दिखाया है। इस जीत की पटकथा एक बार फिर रामनगर की नीलम ने अपनी बल्लेबाजी से लिखी। नीलम ने नाबाद 56 रनों की पारी खेली। मध्यप्रदेश के खिलाफ उत्तराखंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। मध्यप्रदेश की सलामी जोड़ी ने सधी हुई शुरुआत करते हुए स्कोर 40 के पार पहुंचाया। कप्तान पूजा ने गेंदबाजी साक्षी को सौंपी तो उन्होंने नैनी को बोल्ड करके उत्तराखंड को पहली सफलता दिलाई। अगले ओवर में साक्षी की गेंद पर कल्याणी ने क्रीज से आगे निकलकर खेलने की कोशिश की तो नंदिनी ने उन्हें स्टंप आउट किया। अगले ही ओवर में कप्तान पूजा ने अनुष्का को विकेट के पीछे कैच आउट कराकर मध्य प्रदेश को 52 रन के योग पर तीसरा झटका दिया। इसके बाद तो विकेटों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया। मध्यप्रदेश के महज चार बैटर ही दहाई की संख्या छू सके और पूरी टीम 102 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। पूजा ने तीन विकेट, साक्षी, राघवी और ज्योति ने दो-दो जबकि मिनाक्षी ने एक विकेट लिया। मध्य प्रदेश की पूरी टीम 102 रन बनाकर आउट हो गई। 103 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी उत्तराखंड की सलामी जोड़ी फिर जल्द ही टूट गई। शगुन महज पांच रन बनाकर उन्नति की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गईं। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आई राघवी बगैर खाता खोले पवेलियन लौट गईं। 19 रन के योग पर दो विकेट गिरने पर संघर्ष कर रही टीम के लिए एक बार फिर रामनगर की नीलम खेवनहार साबित हुईं और ज्योति के साथ टीम को जीत दिला दी। ज्योति ने नाबाद 26 रनों की पारी, जबकि नीलम ने नाबाद 56 रनों की पारी खेली।