लखनऊ। कोरोना के दो साल बाद यूपी में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस बड़े स्तर पर पूरे मनोयोग से मनाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में योगाभ्यास कार्यक्रम में भाग लिया।
योग दिवस के मौके पर 40 जिलों में मंत्री और 32 जिलों में नोडल अधिकारियों ने लोगों के साथ योग किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजभवन में योग के अलग-अलग आसन बड़ी सहजता के साथ किए।
इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि, योग का पहला नियम अनुशासन से जुड़ा है। योग हमें अनुशासन में बांधकर, निरोगता और शारीरिक व मानसिक विकास की ओर ले जाता है। योग एक छोटी सी व्यवस्था से एक बड़े आयाम की ओर हम सभी को ले जाने का कार्य करता है।
उन्होंने कहा कि, मुझे प्रसन्नता है कि इन योगाभ्यास कार्यक्रमों से राज्य के 05 करोड़ से अधिक लोगों ने जुड़कर योग किया। पीएम नरेंद्र मोदी के हम सभी आभारी हैं, जिन्होंने भारतीय ऋषि परंपरा के उपहार योग को न केवल भारत में, बल्कि दुनिया में प्रतिष्ठित किया है।
आज 08वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दुनिया के 200 से अधिक देश हमारी ऋषि परंपरा व विरासत के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित कर रहे होंगे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यदि आपका शरीर स्वस्थ है तो धर्म के सभी साधन स्वयं क्रमवार सफल होते जाएंगे लेकिन, यदि शरीर आरोग्य नहीं है तो धर्म का कोई भी साधन सफल नहीं हो सकता।
आध्यात्मिक उत्कर्ष, आत्मिक शांति और आरोग्यता के प्रदाता ‘योग’ से पूरी मानवता को जोड़ना ही ‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ का उद्देश्य है। उन्होंने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि तन और मन की आरोग्यता सुनिश्चित करने व आध्यात्मिक चेतना की जागृति का माध्यम ‘योग’ आज ‘विश्व निधि’ बन चुका है। आइए, सभी लोग ‘योग करें, निरोग रहें!’