नई दिल्ली। जायडस कैडिला की डीएनए आधारित वैक्सीन को लेकर सबसे अधिक चर्चाएं हो रही हैं। एक तरफ राष्ट्रीय तकनीकी सलाह समिति ने वैक्सीन को आपात इस्तेमाल की अनुमति मिलने के बाद दिशा निर्देश तैयार करना शुरू कर दिया है। यह टीका अधिकतम दो लाख बच्चों को दिया जा सकता है। इन बच्चों की आयु 12 से 18 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पहले कोवाक्सिन और अब जायडस कैडिला कंपनी की इस डीएनए वैक्सीन का अंतिम परीक्षण परिणाम सार्वजनिक नहीं हुआ, लेकिन सरकार ने अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर ही इसे अनुमति दे दी। अप्रैल 2021 में भारत सरकार के ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (सीडीएससीओ) ने जायडस कैडिला कंपनी को विराफिन नामक इंजेक्शन का इस्तेमाल कोविड मरीजों में करने की अनुमति दी थी। उस दौरान भी तीसरे चरण का परीक्षण पूरा नहीं हुआ था और कंपनी ने इसे असरदार मिलने का दावा किया था।