Chhattisgarh: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के बस्तर में कर्रेगुट्टालु पहाड़ी पर चले अब तक के सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियान ‘ऑपरेशन ब्लैक फ़ॉरेस्ट’ में वीर जवानों के शौर्यपूर्ण प्रदर्शन के लिए सुरक्षाबलों के जवानों को दिल से बधाई दी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार भारत को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार तब तक चैन से नहीं बैठेगी, जब तक सभी नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर देते, पकड़े नहीं जाते या उनका सफाया नहीं हो जाता.’’
अमित शाह जवानों की बहादुरी को किया याद
शाह ने कहा कि ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के दौरान जवानों द्वारा दिखाई गई बहादुरी और पराक्रम को नक्सल विरोधी अभियानों के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय के रूप में याद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि गर्मी, ऊंचाई और हर कदम पर आईईडी के खतरे के बावजूद, सुरक्षा बलों ने ऊंचे मनोबल के साथ अभियान चलाया और एक प्रमुख नक्सल बेस कैंप को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया. गृह मंत्री ने कहा कि कर्रेगुट्टा पहाड़ी पर से नक्सलियों के सामग्री भंडार और आपूर्ति शृंखला को छत्तीसगढ़ पुलिस, सीआरपीएफ, डीआरजी और कोबरा के जवानों ने बहादुरी से नष्ट कर दिया.
6.5 करोड़ लोगों के जीवन में एक नया सूर्योदय
उन्होंने कहा कि निरंतर नक्सल विरोधी अभियानों के कारण, पशुपतिनाथ से तिरुपति तक फैले इस क्षेत्र के 6.5 करोड़ लोगों के जीवन में एक नया सूर्योदय हुआ है. शाह ने यह भी कहा कि मोदी सरकार नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए सुरक्षाकर्मियों की सहायता के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि उनका जीवन आसान हो. उन्होंने कहा कि सरकार 31 मार्च, 2026 तक देश से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे.
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