Gujarat: गुजरात दौरे पर गए प्रधानमंत्री मोदी ने गांधीनगर में एक सम्बोधन के दौरान एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर 1947 में देश के विभाजन के बाद प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल की सलाह मान ली गई होती तो पहलगाम हमला कभी नहीं हो पाता। पीएम ने कहा कि अगर पटेल साहब की बात मानी होती तो भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियां रुक गई होतीं।
सरदार पटेल को कथित तौर पर किया गया नजरअंदाज
गांधीनगर में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने दावा किया कि पाकिस्तान की ओर से कश्मीर पर कब्जा करने के लिए आक्रमण करने वाले मुजाहिद्दीन लड़ाकों से निपटने के बारे में पटेल की सलाह को कथित तौर पर नजरअंदाज कर दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा,
1947 में भारत माता के टुकड़े कर दिए गए। जब जंजीरें काटनी चाहिए थीं, तब हाथ काट दिए गए। देश तीन टुकड़ों में बंट गया और उसी रात कश्मीर की धरती पर पहला आतंकी हमला हुआ। पाकिस्तान ने मुजाहिद्दीन के नाम पर आतंकियों की मदद से भारत माता के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया। अगर उस दिन ये मुजाहिद्दीन मारे गए होते और सरदार पटेल की सलाह मान ली गई होती तो पिछले 75 सालों से आतंकवादी घटनाओं का चल रहा ये सिलसिला न दिखता।
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