गोरखपुर। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि मखौड़ा को रामेश्वरम से जोड़ने का एलान किया। कहा कि सरयू नदी को जल यातायात से भी जोड़ने की दिशा में कार्य चल रहा है। इससे राम भक्तों को अयोध्या आने जाने के लिए सस्ता, सुरक्षित एवं सुलभ साधन उपलब्ध हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री गुरुवार को भगवान राम के उद्घभवस्थली मखौड़ा धाम में पहुंचे। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के साथ चार हजार करोड़ रुपए की लागत से तैयार होने वाले 84 कोसी परिक्रमा मार्ग शिलान्यास किया। कहा कि भगवान श्रीराम वन गमन मार्ग 258 किलोमीटर लंबा है। अयोध्या से होते हुए सुल्तानपुर, प्रतापगढ़ राजापुर के रास्ते चित्रकूट तक निर्माण होना है। मध्य प्रदेश के रास्ते इसे रामेश्वरम से जोड़ने की कार्ययोजना तैयार हो चुकी है। बस्ती में परिक्रमा मार्ग के बनने से समूचे बस्ती जिले का विकास होगा। मार्ग पर पांच मीटर का पैदल पथ वे बनेगा साथ्ज्ञ ही परिक्रमा मार्ग के दोनों तरफ छायादार वृक्ष रोपित किए जाएंगे। भगवान श्रीराम से जुड़े चित्र इस मार्ग पर लगाए जाएंगे। परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह विश्राम स्थल बनाकर जन सुविधाएं विकसित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का चौमुखी विकास हो रहा है। कानून व्यवस्था की स्थिति पहले से काफी बेहतर हुई है। धार्मिक नगरी अयोध्या को अंतराष्ट्रीय स्तर की नगरी के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरयू नदी को जल यातायात से जोड़ा जाएगा। इससे यातायात सस्ता होगा। यदि बस से 10 रुपए तथा रेल से 6 रुपए जाने में खर्च होगा जो जल मार्ग से एक रुपये खर्च आएगा। उप मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि बस्ती उत्तर प्रदेश की हस्ती है। 2014 से 2022 तक डबल इंजन की सरकार ने विकास के नए कीर्तिमान बनाए हैं। पुनः एक बार उत्तर प्रदेश में लोगों से कमल खिलाने की अपील की। सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि राम जानकी मार्ग भगवान राम के जन्म स्थान से माता सीता के जन्म स्थान तक जाता है। इसको फोरलेन बनाने की मंजूरी दी जा चुकी है। मखौड़ा धाम से शुरू होने वाली चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को तो लाभ मिलेगा ही साथ ही अन्य के जीवन में भी व्यापक बदलाव होगा। राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित होने से इसके किनारे के गांवों के लोगों को हर लिहाज से काफी सहूलियत होगी। सरकार की इस घोषणा के चलते श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है। इस मार्ग के बनने से इस पूरे क्षेत्र के विकास और पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। मार्ग से जुड़े बाजारों व गांवों के लोगों को राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ने के साथ रोजगार का अवसर भी मिलेगा।