Air Turbulence : वर्तमान समय में जिस प्रकार पड़ रही है उसने लोगों के पसीने छूटा दिए, लेकिन शाम होते ही मौसम में बदलाव दिखने लगे और फिर पहले तेज तूफान आया और इसके बाद तेज बारिश हुई और ओले भी पड़े। मौसम खराब होने के कारण दिल्ली से श्रीनगर जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6इ 2142 एयर टर्बुलेंस में फंस गई और यात्रियों को तेज झटके लगने लग गए जिसके कारण विमान में मौजूद 227 यात्री और क्रू मेंबर्स डरने लगे।
हम आपके बता दें कि पायलट की समझदारी से फ्लाइट को सुरक्षित श्रीनगर में इमरजेंसी लैंडिंग करवा ली गई और सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया। इसी दौरान आप भी कभी किसी फ्लाइट से यात्रा कर रहे हैं और आप एयर टर्बुलेंस में फंस जाते हैं, तो आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप अपना बचाव खुद कर सके।
क्या होता है एयर टर्बुलेंस?
हम आपको बता दें कि टर्बुलेंस को हलचल कहते हैं और अगर ये टर्बुलेंस हवा के उस बहाव में बाधा पुहंचाती है जो किसी भी विमान को उड़ने में मदद करती है। ऐसी स्थिति फ्लाइट में कोई समस्या आती है तो विमान हिलने-डुलने लगता है और कभी-कभी अपने नियमित रास्ते से तक हट जाता है और ऐसी स्थिति को ही एयर टर्बुलेंस कहते हैं।
ऐसे में कैसे रखें खुद का ध्यान
पहला उपाय
- जब भी आप फ्लाइट का सफर करें तो क्रू के बातों और निर्देशों को ध्यान से सुनें। फ्लाइट अटेंडेंट की बात ध्यान से सुनने के साथ ही आप सेफ्टी ब्रीफिंग पढ़ सकते हैं, जो आपकी सीट के ठीक सामने होती है। क्रू पूरी तरह से प्रशिक्षित होते हैं जो आपको सुरक्षा प्रदान करने के लिए हर जरूरी कदम उठाते हैं।
दूसरा उपाय
- अगर आप फ्लाइट का सफर कर रहे हैं तो फ्लाइट में किसी भी आपात स्थिति से निपटने का सबसे बेस्ट तरीका होता है सीट बेल्ट बांधे रखना। इसलिए क्रू यात्रियों को बताता रहता है कि कब सीट बेल्ट बांधनी है और कब खोलनी है। इसलिए हवा के झोंके से और अपने बचाव के लिए बचने के लिए सीट बेल्ट बांधे रखें। जो कि एक बेस्ट उपाय हो सकता है।
तीसरा उपाय
- हम आपको बता दें कि एयर टर्बुलेंस के दौरान आपको परेशान नहीं होना है और न चीखना चिल्लाना है ध्यान रहे भूलकर भी टर्बुलेंस के दौरान सीट से न ही उठें और न ही केबिन में घूमें। ऐसा करने से हादसा हो सकता है। टर्बुलेंस शांत होने तक अपनी सीट पर ही बैठें रहना भी एक बेहतर उपाय हो सकता है।
चौथा उपाय
- आपके आसपास कोई ढीला सामान न हो क्योंकि ये हिलकर आपको या किसी दूसरे यात्री को चोट पहुचा सकता है। इसलिए इस सामान को ठीक से कहीं रख दें। टेक ऑफ और लैंडिंग के समय एयर होस्टेज ढीले सामान को ऊपर रखवा देती है। आप भी इस बात का ध्यान रखकर खुद को और दूसरों को सुरक्षित रख सकते हैं।
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