लाइफ स्टाइल। कुछ भी सीखने और जानने के लिए कोई उम्र नहीं होती है, लेकिन एक व्यक्ति के जीवन में सीखने समझने का सबसे महत्वपूर्ण समय 16 वर्ष से 25 वर्ष की उम्र माना जाता है, जिसे किशोरावस्था कहते हैं। किशोरावस्था में व्यक्ति हर रोज नई-नई चीजें सीखता है और कई अलग-अलग भावनाओं को महसूस करता है। आजकल दुनिया के बदलते तौर-तरीकों में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण किशोरों को सही राह दिखाना और अच्छी बाते सिखाना है। क्योंकि आजकल किशोर दुनिया की चकाचौंध में खुद को खोया हुआ महसूस करते हैं और गलत कदम उठाकर अपने जीवन को मुश्किल में डाल लेते हैं। ऐसे में उनके पेरेंट्स और बड़ों की उनके प्रति कुछ जिम्मेदारी बनती है। आइए जानते हैं किशोरों के लिए जीवन जीने के पांच जरुरी लेसन-
किशोरों के लिए जीवन जीने के पांच जरूरी लेसन :
अपना लक्ष्य बनाएं और समय की इज्जत करें:-
किशोरों के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है अपने जीवन का लक्ष्य जानना और उसे पूरा करने के लिए समय की इज्जत करना। इस उम्र में आपको अपना लक्ष्य और आप अपने जीवन से क्या चाहते हैं, ये पता होना जरूरी है। एक बेहतर जीवन जीने के लिए अपने लक्ष्य को निर्धारित करें और बेवजह के कामों में समय की बर्बादी से बचें।
अच्छे सर्कल में रहे और अच्छी चीजें सीखें:-
नई और अच्छी चीजें सीखने का कोई खास समय या उम्र नहीं होती है। आपको हर समय हर कोई कुछ ना कुछ नया सिखा सकता है, इसीलिए अच्छे लोगों की संगति में रहे और जीवन में काम आने वाली कोई भी चीज सीखने से पीछे ना हटे।
दिखावे से बचें और आमदनी से कम खर्च करें:-
आपकी यह उम्र अपना भविष्य बनाने की है, आजकल अधिकतर किशोर सोशल मीडिया के दिखावे और चकाचौंध से बहुत ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं और उसके पीछे बिना सोचे समझे भागने लगते हैं। आपको अपना विवेक इस्तेमाल करना चाहिए और फिजूल के दिखावे से बचना चाहिए। पैसे की अहमियत को समझें और अपनी आमदनी में खुश रहें।
जीवन में रिस्क लेने से ना डरें:-
किशोरावस्था में व्यक्ति ना जाने कितनी गलतियां करता है और उन गलतियों से सीख कर वापस उठता है। आप भी अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए रिस्क लेने से ना डरे और बिना हिम्मत खोए अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करते रहें विफल होने पर भी कभी अपने पेरेंट्स से बातें ना छिपाएं।
जीवन में सभी चुनौतियों का डटकर सामना करें:-
आजकल हम हर रोज अखबारों में आत्महत्या के कई मामले सुनते हैं, जिससे पता चलता है आजकल किशोरों में सहनशक्ति और परेशानियों का सामना करने की हिम्मत नहीं है। ऐसे माहौल में आपको हमेशा स्ट्रांग रहना चाहिए और जीवन में चुनौतियों का सामना करने की हिम्मत बांधनी चाहिए।