लखनऊ। जन्माष्टमी का त्यौहार प्रदेश भर की पुलिस लाइनों और कारागारों में भव्य तरीके से मनाया जाएगा। पुलिस लाइन और कारागारों में होने वाले कार्यक्रमों के लिए रात्रि कर्फ्यू में शासन ने छूट दे दी है। इस कार्यक्रम शामिल होने के लिए उपस्थित होने वालों की तय सीमा को भी हटा दिया गया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि विशेष परिस्थितियों में प्रदेश में जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में निर्धारित उपस्थिति की सीमा एवं रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू में छूट दी गई है। उन्होंने बताया कि सभी पुलिस लाइन और कारागारों में जन्माष्टमी का पर्व भव्य रूप से भारतीय परंपरा के अनुसार मनाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जन्माष्टमी के कार्यक्रमों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर किया जाए। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने जन्माष्टमी के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा है कि श्रीकृष्ण उस महान शक्ति के रूप में अवतरित हुए जिन्होंने संसार से अधर्म और अत्याचार का अंत कर धर्म की स्थापना की। गीता के माध्यम से प्राप्त उपदेश संपूर्ण मानवजाति को आज भी निष्काम भाव से कर्म के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि श्रद्धा, आस्था और विश्वास का यह पर्व समाजिक सौहार्द के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी ने अपने संदेश में कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का धरा पर अवतरण धर्म, सत्य और न्याय की स्थापना तथा अधर्म, अन्याय व अत्याचार समाप्त करने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने लोगों से जन्माष्टमी का पर्व कोविड प्रोटोकॉल के तहत मनाने जाने की अपील की है। जन्माष्टमी की बधाई देने वालों में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिल राजभर, कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह आदि शामिल रहे।