लखनऊ। प्रदेश सरकार उन परियोजनाओं पर फोकस बढ़ाने जा रही है, जो अगले छह महीने में पूरी हो रही हैं। विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले दिसंबर तक इन परियोजनाओं को पूरा करवाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उद्घाटन कराने की तैयारी है। अब चुनाव तक पूरे हो रहे प्रोजेक्ट के उद्घाटन व लोगों की मांग से जुड़े नए प्रोजेक्ट के शिलान्यास के जरिए माहौल बनाने की योजना है। सूत्रों ने बताया कि सरकारी अमले को जनवरी-2022 में विधानसभा चुनाव के संभावित एलान को ध्यान में रखकर तैयारी का संकेत किया गया है। निर्माण प्रोजेक्ट से जुड़े विभागों से पूछा गया है कि आने वाले दो, चार और छह महीने में कौन-कौन से प्रोजेक्ट पूरे हो जाएंगे? ऐसे प्रोजेक्ट के लिए बजट की क्या आवश्यकता है और कहीं बजट की कमी तो नहीं है।
यह सूचनाएं आने के बाद यदि किसी प्रोजेक्ट के लिए बजट की कमी सामने आती है, तो प्राथमिकता पर बजट की व्यवस्था कराई जाएगी। जिससे ये समय से पूरे हो सकें। जैसे-जैसे प्रोजेक्ट पूरे होंगे, कार्यक्रम तय कर उद्घाटन कराया जाएगा। इसके अलावा जिन महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को शुरू करने से पहले की कार्यवाही चल रही है, लेकिन उसे चुनाव से पहले पूरा नहीं हो पाना है, उसे अगली बार आकर पूरा करने का संकल्प जताया जाएगा। आने वाले दिनों में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम प्रदेश में बढ़ने वाले हैं। पिछले दिनों राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कानपुर व लखनऊ की ट्रेन से यात्रा कर सियासी गलियारों में हलचल बढ़ा दी थी। बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति कोविंद की अगली यात्रा भी तय हो रही है। उन्हें जल्दी ही गोरखपुर आमंत्रित कर आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास कराने की योजना है। इसी तरह इसी महीने वाराणसी में हजारों करोड़ के प्रोजेक्ट का उद्घाटन व शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री का 30 जुलाई को सिद्धार्थनगर आने का कार्यक्रम तय हो गया है। वह वहां नौ नए मेडिकल कालेजों का लोकार्पण करेंगे। इस महीने गृह मंत्री अमित शाह लखनऊ में पुलिस फोरेंसिक इंस्टीट्यूट का उद्घाटन करने आ सकते हैं।