जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में ऐतिहासिक, सुंदरता तथा सांस्कृतिक महत्व के 75 गांव अब पर्यटक गांव (टूरिस्ट विलेज) होंगे। उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को मिशन यूथ के तहत इन गांवों के नेटवर्क का शुभारंभ किया। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देना तथा युवाओं को रोजगार के साधन उपलब्ध कराना है। इन गांवों में म्यूिजक वीडियो और गानों की शूटिंग को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए वित्तीय प्रोत्साहन का भी प्रबंध किया गया है। साथ ही फार्म स्टे, इको-टूरिज्म, वाइल्डलाइफ टूरिज्म तथा ट्राइबल टूरिज्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए युवाओं को सार्वजनिक-निजी-सामुदायिक भागीदारी मॉडल से प्रशिक्षित किया जाएगा। योजना के तहत पर्यटक गांवों में वीडियो तथा गानों की शूटिंग के लिए आठ से 10 लाख रुपये का विशेष प्रोत्साहन दिया जाएगा। इसके साथ ही स्थानीय कलाकारों को परंपरागत कला के प्रोत्साहन के लिए दो लाख रुपये की विशेष सहायता दी जाएगी। इन गांवों में ट्रैकिंग, कैंपिंग, रिवर राफ्टिंग तथा पैराग्लाइडिंग जैसे साहसिक पर्यटन (एडवेंचर टूरिज्म) को बढ़ावा दिया जाएगा। डिजिटल प्लेट फार्म भी उपलब्ध कराया जाएगा। योजना का शुभारंभ करते हुए उप राज्यपाल ने कहा कि युवाओं पर केंद्रित पर्यटन की इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। साथ ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर युवाओं व महिलाओं के सशक्तीकरण का रास्ता प्रशस्त किया जाएगा। यह योजना ग्लोबल वार्मिंग तथा बेरोजगारी की चुनौतियों का सामना करने में सक्षम होगी। हरित पर्यटन के लिए युवा हमारे ब्रांड एंबेसडर हैं जो विकास को सतत बनाते हुए समुदाय की समृद्धि की कहानी लिखेंगे। एलजी ने कहा कि सरकार प्रत्येक गांव की विशेषताओं, सांस्कृतिक विविधता, स्थानीय मूल्य व परंपराओं को मान्यता देने के लिए प्रयासरत है। सरकार विभिन्न पृष्ठभूमि के युवाओं को अधिकतम तथा समान अवसर उपलब्ध करा रही है। नीति निर्धारण में इनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है, ताकि उनकी जरूरतें पूरी हो सकें। साथ ही उनके विचारों के अनुरूप बेहतर भविष्य का निर्माण कर सके।