नई दिल्ली। भारतीय सेना ने अफगानिस्तान को लेकर एक अहम कदम उठाया है। भारतीय सेना ने अपने प्रशिक्षण संस्थानों में मौजूद अफगान कैडेटों का प्रशिक्षण जारी रखने का निर्णय लिया है। सैन्य सूत्रों ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह प्रशिक्षण इन कैडेटों का कोर्स पूरा होने तक जारी रखा जाएगा और इसके बाद उनके भविष्य का निर्णय उनके दूतावास पर छोड़ दिया जाएगा। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) समेत विभिन्न भारतीय सैन्य संस्थानों में फिलहाल 130 अफगान कैडेट प्रशिक्षण ले रहे हैं। क्षमता निर्माण कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर भारतीय सुरक्षा बल अफगान कैडेटों और जवानों को पिछले एक दशक से अब तक विभिन्न सैन्य कौशल में प्रशिक्षित करते रहे हैं। यह प्रशिक्षण विभिन्न भारतीय सैन्य संस्थानों में होता रहा है और अब तक अफगान राष्ट्रीय सेना के हजारों जवान प्रशिक्षित किए जा चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक फिलहाल आईएमए देहरादून में 80 अफगान कैडेट मौजूद हैं, जबकि शेष 50 कैडेट चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी व खडगवासला स्थित नेशनल डिफेंस एकेडमी का हिस्सा हैं। सूत्रों ने कहा, एक संभावना यह भी है कि इन कैडेटों को तालिबान सेना में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि अफगान राष्ट्रीय सेना के बहुत सारे जवानों व अधिकारियों को तालिबान सेना में जगह दी गई है। लेकिन यह अभी निश्चित नहीं है और यह विभिन्न अफगान गुटों में चल रही बातचीत के परिणाम पर निर्भर करेगा।