मेरठ। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही शनिवार को चौधरी चरण सिंह विवि के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में आयोजित मंडलीय रबी उत्पादकता गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। गोष्ठी में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि मार्च 2023 तक प्रदेश में 30 हजार सोलर पंप लगाए जाएंगे। किसानों को विद्युत उपभोक्ता के स्थान पर विद्युत उत्पादक बनाने के लिए उनके नलकूपों को सोलर व्यवस्था से जोड़ने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद और बरेली मंडलों के 50 किसानों को दिसंबर में हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित गुरुकुल में प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
कृषि मंत्री ने कहा कि रबी की फसल किसानों के लिए अधिक महत्वपूर्ण है। इसलिए अधिक से अधिक रबी की फसल की खेती की ओर ध्यान दें। किसानों को गन्ने के साथ ही सरसों, मसूर आदि सहफसली खेती करनी चाहिए। इससे किसानों को तो लाभ पहुंचेगा। साथ ही जमीन की उर्वरकता शक्ति भी बढ़ेगी। कृषि मंत्री ने दो लाभार्थियों को ट्रैक्टर की चाबी सौंपी।
उन्होंने कहा कि 23 दिसंबर को चौधरी चरण सिंह का जन्म दिवस किसान सम्मान दिवस के रूप में मनाया जाएगा। अगले वर्ष को भी अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाया जाएगा। मोटा अनाज उगाने के लिए किसानों को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान कृषि निदेशक मेरठ मंडल डॉ. अमरनाथ मिश्रा, कमिश्नर जे. सेल्वा कुमारी, डीएम दीपक मीणा और अन्य जिलों के जिलाधिकारी सहित कई अधिकारी मौजूद थे।
चकरोड़ों पर होगा इंटरलॉकिंग का कार्य :
कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि यूकेलिप्टिस एवं पॉपुलर आधारित उद्योग पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा सभी प्रतिबंध हटा दिए हैं। रबी फसल सीजन समाप्त होने पर चकरोड़ों पर इंटरलॉकिंग का कार्य कराने के निर्देश दिए गए हैं।
60 ड्रोन खरीदने का लक्ष्य :
अपर मुख्य सचिव कृषि डा. देवेश चतुर्वेदी ने कहा कि ड्रोन स्प्रेयर के लिए केंद्र सरकार से 60 ड्रोन खरीदने का लक्ष्य मिला है। जिन्हें 30 समितियों के लिए आरक्षित कर दिया है। गन्ना विभाग को निर्देश दिए गए हैं शीघ्र 30 ड्रोन खरीदने के लिए प्रस्ताव शासन को उपलब्ध कराएं। किसी भी कृषि यंत्र या सोलर पंप के सत्यापन में अनावश्यक विलंब न हो, अन्यथा अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होगी। जैविक एवं प्राकृतिक कृषि उत्पाद को बेचने के लिए बाजार व्यवस्था विकसित किए जाने पर विचार किया जा रहा है।