नई दिल्ली। पहले वंदे भारत ट्रेन का परिचालन जलापईगुड़ी और हावड़ा के बीच होता था। लेकिन अब जल्द ही उतर-पूर्व भारत को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस मिलने जा रही है। सम्भावना है कि पीएम नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को देश की पहली सेमी-हाई स्पीड ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। बताया जा रहा है कि यह ट्रेन जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल) से गुवाहाटी (असम) के बीच चलेगी। वंदे भारत को इस रास्ते पर 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जाएगा। पटरियों की क्षमता के अनुसार वंदे भारत को इससे अधिक स्पीड से वहां नहीं चलाया जा सकता है। जबकि वंदे भारत को ट्रायल के दौरान 180 किलोमीटर प्रति घंटे तक ले जाया गया है।
इसकी ऑपरेशन स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा है। लेकिन अधिकांशत: वंदे भारत को 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ही चलाया जाएगा। जबकि इसका कारण भी पटरियों की क्षमता ही है। भारत में पटरियों की इस तरह से डिजाइन नहीं किया गया है कि वे इससे ज्यादा स्पीड को वहन कर सकें। कई रास्ते पर वंदे भारत की अधिकतम ऑपरेशनल स्पीड 110 किलोमीटर प्रति घंटा ही है।
असम में ही होंगे पीएम मोदी
14 अप्रैल को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी असम में ही होंगे। गुवाहाटी में बीहू डांस का बहुत बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाना है जिसमें करीब 11,000 डांसर्स एक साथ परफॉर्म करेंगे। यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड होगा। अधिकारियों के मुताबिक, इसी दौरे पर पीएम मोदी नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के चीफ मैकेनिकल इंजीनियर ज्योतिंद्रा दिगी ने कर्मचारियों को ट्रेन के सहज परिचालन के लिए तैयारी करने के लिए निर्देश दिया हैं।
देश में 10 रास्तो पर वंदे भारत ट्रेन का परिचालन हो रहा है। जिसमें से 4 जोड़ी वंदे भारत महाराष्ट्र के पास हैं। महाराष्ट्र ही इकलौता राज्य है जिसके पास प्रदेश के अंदर ही सफर शुरू और खत्म करने वाली वंदे भारत है। इसके अलावा दिल्ली-वाराणसी, दिल्ली-कटरा, चेन्नई-मैसूर और सिकंदराबाद-विशाखापट्टनम के बीच भी वंदे भारत का परिचालन किया जाता है। सबसे पहली वंदे भारत दिल्ली और वाराणसी के बीच 2019 में चलाई गई थी। तथा अब भारतीय रेलवे भी स्लीपर कोच वाली वंदे भारत चलाने की योजना बना रही है।