सरकारी स्कूल में बच्चों की रुचि बढ़ाने के लिए बनाया गया मिनी सिनेमाघर
हिमाचल प्रदेश। पढ़ाई के प्रति रुचि बढ़ाने और अकसर स्कूल आने से कतराने वाले बच्चों के लिए मुख्य अध्यापक ने मिनी सिनेमाघर तैयार कर दिया। उन्होंने 14 नवंबर को बाल दिवस पर मिनी सिनेमाघर बच्चों को समर्पित किया है। पांवटा तहसील के तहत राजकीय उच्च पाठशाला नौरंगाबाद के मुख्य अध्यापक डॉ. संजीव अत्री ने यह पहल की है।
मिनी सिनेमाघर स्थापित होने के बाद गुज्जर बहुल इलाके के बच्चों की स्कूल आने के लिए रुचि बढ़ने लगी है। इसमें पाठ्य विषय से जुड़ीं 300 फिल्मों का संग्रह है। डेढ़ हजार विजुअल्स भी हैं। सिनेमाघर में परदे लगाए गए हैं। प्रोजेक्टर के माध्यम से बच्चों को फिल्में दिखाई जा रही हैं। सिनेमाघर इस तरह तैयार किया है, जहां सिनेमा से जुड़े कैमरा, क्रैप बोर्ड, प्रोजेक्टर, रील के साथ फिल्म की टेक्नालॉजी भी बच्चे सीख सकते हैं। पांवटा साहिब के दूरदराज क्षेत्र में स्थापित इस स्कूल में छठी से दसवीं तक 86 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। यहां अधिकतर गुज्जर समुदाय से जुड़े बच्चे शिक्षारत हैं। स्कूल के मुख्याध्यापक डॉ. संजीव अत्री ने बताया कि सिनेमा का सकारात्मक प्रयोग शैक्षणिक प्रक्रिया में काफी प्रभावी है। उन्होंने बताया कि ये फिल्में नेशनल फिल्म डेवलपमेंट कार्पोरेशन, चिल्ड्रन फिल्म सोसायटी ऑफ इंडिया और मीडिया सेंटर जैसी संस्थाओं के माध्यम से एकत्रित की गई हैं। कुछ फिल्में खरीदी गई हैं। अधिकतर फिल्में और सामग्री पाठ्य विषयों से संबंधित हैं। विद्यालय के इस प्रयास से बच्चों की दैनिक उपस्थिति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। विद्यालय का यह सिनेमाघर वर्क स्टूडियो परियोजना के तहत शुरू किया गया है। शुरुआती दौर में बच्चों को हर शनिवार को फिल्म दिखाई जा रही है। सिनेमाघर को सिनेमा से जुड़ीं तस्वीरों से सुसज्जित किया गया है।