लाइफ स्टाइल। सभी पैरेंट्स की ख्वाहिश होती है कि उनके बच्चे की कद-काठी अच्छी हो। उसकी पर्सनैलिटी ऐसी हो कि वह दूर से ही भीड़ में नजर आ जाए। कुछ बच्चों की लंबाई काफी अच्छी होती है तो कुछ की हाइट जल्दी बढ़ती ही नहीं, फिर चाहे पैरेंट्स की हाइट अच्छी ही क्यों ना हो। कई बार बच्चों का शारीरिक विकास, उनकी लंबाई जीन्स पर निर्भर करता है। यदि पैरेंट्स की लंबाई अच्छी है तो बच्चे का लंबा होना तय है। लेकिन, कई बार ऐसा नहीं भी होता है कि कुछ बच्चों की ग्रोथ सही तरीके से नहीं हो पाती है। वे हाइट में अपने अन्य भाई-बहन की तुलना में छोटे रह जाते हैं। इसकी वजह जीन्स के साथ-साथ सही तरीके से खानपान ना करना भी हो सकता है।
बच्चों को जन्म के छह महीने के बाद से ही वे जरूरी चीजें उन्हें खिलाना शुरू कर देना चाहिए, जिससे उनके शारीरिक विकास में सहायता मिलती है। साथ ही उनकी जीवनशैली पर भी पैरेंट्स को ध्यान देना चाहिए। यदि बच्चा शारीरिक रूप से एक्टिव नहीं रहेगा, खेलेगा-कूदेगा नहीं, एक्सरसाइज नहीं करेगा और पौष्टिक तत्वों से भरपूर हेल्दी डाइट नहीं लेगा तो काफी हद तक उसकी हाइट पर भी इसका निगेटिव इफेक्ट पड़ सकता है। यदि आपके बच्चे की हाइट नहीं बढ़ रही है, तो परेशान होने के बजाय समाधान करें। उनके खानपान में कुछ ऐसे फूड्स को शामिल करें, जो हाइट को बढ़ाने में कारगर सिद्ध है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते है।
दही का सेवन –
बच्चे को हर दिन भोजन में दही एक कटोरी अवश्य खाने के लिए दें। यह एक प्रो-बायोटिक्स है, जो बच्चे की पेट की सेहत को दुरुस्त रखता है। दही में विटामिन डी और कैल्शियम भरपूर होता है, जो मजबूत हड्डियों और अच्छी लंबाई के लिए बहुत आवश्यक है।
दूध का सेवन –
दूध तो हर बच्चे की डाइट का बेहद आवश्यक पार्ट है. कम उम्र से ही बच्चे को प्रतिदिन सुबह-शाम दो गिलास दूध जरूर पिलाएं. इससे आवश्यक कैल्शियम, विटामिन डी और प्रोटीन की पूर्ति होगी. दूध में आप चाहें तो केसर, बादाम पाउडर भी मिला सकते हैं, ताकि इसके न्यूट्रिशनल वैल्यू और बढ़ जाएं. चॉकलेटी पाउडर दूध में मिलाने की बजाय प्रोटीन-पाउडर मिला सकते हैं. इसके लिए किसी न्यूट्रिशनिस्ट की राय अवश्य लें.
सोया का सेवन –
सोया में सबसे ज्यादा प्लांट बेस्ड प्रोटीन होता है। इसके सेवन से बच्चों की मांसपेशियों का विकास तेजी से होता है। यदि आपका बच्चा लैक्टोज इनटॉलरेंट है, तो दूध पचाना उसके लिए मुश्किल होगा। ऐसे में उसके आहार में विटामिन-डी, कैल्शियम और प्रोटीन की पूर्ति के लिए सोया मिल्क शामिल करें। बच्चों को सोयाबीन और अन्य सोया उत्पाद से कुछ हेल्दी चीजें बनाकर खिलाएं। इससे उन्हें कई सेहत लाभ तो होंगे ही, साथ ही हाइट भी तेजी से बढ़ सकती है।
ताजे और मौसमी फल का सेवन –
कुछ बच्चे एक-दो फल छोड़कर कुछ और नहीं खाना पसंद करते हैं। फल विटामिन और मिलरल्स से भरपूर होते है, जो शरीर में प्रोटीन के सिंथेसिस के लिए जरूरी होते हैं। आपको यह कोशिश करनी है कि बच्चा हर दिन 1-2 फल जरूर खाए। इससे उसके शरीर में नेचुरल तरीके से मल्टीविटामिन की आपूर्ति होगी। इससे शारीरिक विकास भी तेजी से होगा।