बिजनेस। आरबीआई का कहना है कि महंगाई से फिलहाल राहत मिलने की उम्मीद है। यह अभी और रुलाएगी। मार्च, 2022 के बाद ही इसमें नरमी आएगी। एमपीसी की तीन दिन तक चली बैठक के बाद केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि वर्ष 2021-22 के लिए उपभोक्ता मूल्य आधारित खुदरा महंगाई दर के अनुमान को 5.3 फीसदी पर बरकरार रखा है।
जनवरी-मार्च तिमाही में महंगाई दर ऊंची बनी रहेगी, लेकिन यह छह फीसदी के आरबीआई के दायरे से बाहर नहीं जाएगी। हालांकि अर्थशास्त्रियों के सर्वे में कहा गया है कि जनवरी माह में खुदरा महंगाई छह फीसदी तक पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि फसल उत्पादन बेहतर रहने, आपूर्ति में सुधार को लेकर किए गए उपायों, ओमिक्रॉन को लेकर जोखिम कम होने और बेहतर मानसून की संभावना के साथ खुदरा महंगाई एक अप्रैल 2022 से शुरू नए वित्त वर्ष में ही घटकर 4.5 फीसदी पर आने की संभावना है।
हालांकि वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम में तेजी से महंगाई के ऊपर जाने का जोखिम बना हुआ है। वहीं पिछले वर्ष नवंबर में पेट्रोल और डीजल पर कर कटौती से कुछ हद तक कच्चे माल की लागत को लेकर दबाव कम रहने की उम्मीद है।