एंग्जायटी को दूर करने के लिए इन बातों का रखें ध्यान…

हेल्‍थ।  एंग्जायटी एक प्रकार की मानसिक बीमारी है। इससे पीड़ित मरीज में नकारात्मक विचार, चिंता और डर का आभास होने लगता है। अगर एंग्जायटी को लेकर सही समय पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह दूसरी कई गंभीर समस्‍याओं को भी जन्म दे सकती है। एंग्जायटी के मरीज अक्सर छोटी छोटी बातों को लेकर बहुत ज्यादा परेशान और चिंतित हो जाते हैं।

एंग्जायटी एक प्रकार का स्ट्रेस है जिसमें व्यक्ति के मन में भविष्य में होने वाली चीजों को लेकर डर बना रहता है। अगर आप बहुत जल्दी परेशान हो जाते हैं या फिर तनाव में आ जाते हैं तो यह यह एंग्जायटी डिसऑर्डर का एक बड़ा कारण हो सकता है। एंग्जायटी एक छोटा शब्द है लेकिन यह हमारी पूरी लाइफ को प्रभावित करती है। इससे पीड़ित लोग काम में फोकस नहीं कर पाते और दिनभर तनाव से ग्रसित रहते हैं। आजकल दौर में युवा एंग्जायटी से सबसे ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं हेल्थ एक्‍सपर्ट के मुताबिक एंग्जायटी से पीड़ित लोग अपने मन की बात नहीं कह पाते और वे मन ही मन घुटते रहते हैं, जिससे धीरे धीरे डिप्रेशन विकसित हो सकता है। कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय है जिससे एंग्जायटी को दूर किया जा सकता है। चलिए इसके बारें में जानते है।

जीवनशैली में बदलाव :-

हेल्दी और हैप्पी लाइफ के लिए स्‍वस्‍थ लाइफस्टाइल होना बहुत जरूरी है। एक स्वस्थ जीवनशैली आपकी चिंता को कम करने में मदद करती है और साथ ही इससे मानसिक तनाव भी दूर होता है। आपको प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए, पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और संतुलित आहार खाना चाहिए। ये तीनों ही एंग्जायटी को दूर करने में मदद करते हैं।

शराब का न करें सेवन :-

शराब के सेवन और एंग्जायटी डिसऑर्डर के बीच एक गहरा संबंध है। नियमित रूप से शराब पीने से मानसिक स्वास्थ्य बुरी तरह से प्रभावित होता है। मानसिक स्वास्थ्य में बदलाव के कुछ लक्षण चिंता विकार की तरफ धकेलने लगती है।

मेडिटेशन :-

चिंता विकार को दूर करने के लिए जरूरी है कि आप हर दिन मेडिटेशन करें। मेडिटेशन को दुनियाभर में तनाव, चिंता और डिप्रेशन को दूर करने के लिए जाना जाता है। मेडिटेशन आपके मन और शरीर दोनों को शांत करता है।

संतुलित आहार :

हेल्‍दी रहने के लिए संतुलित आहार बेहद जरूरी है। यदि आप संतुलित आहार का सेवन करते हैं तो इससे शारीरक और मानिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है और मन भी शांत रहता है। यदि आप ऐसे व्यक्ति हैं जो बार बार चिंता से ग्रसित होते हैं तो आपको अपने खानपान में बदलाव की जरूरत है। ऐसा भोजन करें जो कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन से भरपूर हो।

अरोमाथेरेपी :

एग्जायटी डिसऑर्डर की समस्या में आप अरोमाथेरेपी भी ले सकते हैं। इससे आपका मन हल्का होगा और नेगेटिव विचार भी दूर रहेंगे। इसके अतिरिक्त अरोमाथेरेपी आपके मूड को भी बूस्ट करता है जिससे नींद भी अच्‍छी आती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *