ये हैं देश के प्रसिद्ध कुबेर मंदिर, जहां दर्शन मात्र से दूर हो जाती हैं परेशानियां! धनतेरस-दिवाली पर लगती है भारी भीड़

Kuber Temples: 29 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व मनाने के बाद से ही दिवाली का आगाज़ हो जाएगा. दिवाली त्योहार के 5 दिनों के दौरान लक्ष्मी-गणेश के साथ कुबेर और यमदेव की पूजा होती है. कहा जाता है कि कुबेर जी के मंदिर जाने से धन की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही हर मनोकामना पूर्ण होती है. खासतौर पर जो लोग कर्ज से परेशान है.  ऐसे में आज हम आपको धन के देवता कहे जाने वाले कुबेर महाराज के कुछ ऐसे फेमस मंदिरों के बताने वाले है, जहां दर्शन मात्र से ही सभी दुख दूर हो जाते है.

उत्तराखंड में कुबेर मंदिर

भारत का सबसे प्राचीन कुबेर मंदिर उत्तराखंड में हैं, जो अल्मोड़ा से करीब 40 किलोमीटर दूर है. ये मंदिर जागेश्वर धाम के अंदर आता है, जहां हर साल धनतेरस और दिवाली के दिन लोगों की भीड़ लगती है. कहा जाता है कि इन दोनों दिन जो कोई भी इस मेदिर में आता है, वो खाली हाथ वापस नहीं जाता है.

गुजरात का कुबेर भंडारी मंदिर

वहीं, गुजरात के वडोदरा से करीब 60 किलोमीटर दूर काफी प्रसिद्ध ये कुबेर मंदिर नर्मदा नदी के किनारे मौजूद है. मान्‍यता है कि ये कुबेर भंडारी मंदिर 2500 साल से भी ज्यादा पुराना है. यहां भी धनतेरस और दिवाली पर लोगों की खूब भीड़ लगती है. दिवाली वाले दिन इस मंदिर में सबसे ज्यादा भीड़ रहती है.

खंडवा का कुबेर मंदिर

इसके अलावा, मध्य प्रदेश में कुबेर जी के तीन-तीन मंदिर हैं. तीनों मंदिर मंदसौर, उज्जैन और खंडवा में हैं, जिसमें से ज्‍यादा भीड़ खंडवा के कुबेर मंदिर में देखने को मिलती है, जो ओंकारेश्वर में स्थित है. कहा जाता है कि खंडवा के कुबेर मंदिर में सिर्फ दर्शन मात्र से ही परेशानियां दूर हो जाती हैं.

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